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जुलाई, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सुबह बासी मुंह पानी पीने के 12+फायदे,subah pani pine ke fayde

सुबह बासी मुंह पानी पीने के 12+फायदे,subah pani pine ke fayde हेलो दोस्तों ,आज हम आपको पानी पीने के जबरदस्त फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं |इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सुबह गर्म पानी पीने से क्या फायदे  (subah garm pani pine ke fayde)  होते है| हमें गर्म पानी का प्रयोग क्यों करना चाहि और कैसे( pani pine ke niyam ) करना चाहिए |सुबह बासी पानी पीने से( thanda pani pine ke fayde ) क्या फायदे होते हैं, रात में गर्म पानी पीने से क्या फायदे होते हैं ,( raat ko garm pani pine ke fayde)  ऐसी सारी जानकारियां आपको यहां पर मिलेगी | subah pani peene ke fayde जैसा कि हम जानते हैं कि हमारे शरीर में सर्वाधिक मात्रा में पानी लगभग 65-70  प्रतिशत पाया जाता है, जो मानव शरीर को स्वस्थ और फिट रखने में अहम भूमिका निभाता है।  भरपूर मात्रा में पानी पीने से  ,( nariyal pani pine ke fayde )  शरीर में मौजूद हानिकारक एवं विषैले तत्व पसीने व मूत्र द्वारा शरीर से बाहर निकल जाते हैं। जिससे विषाणुओं से बचाव होता है, बीमारियां नहीं होती। पानी का सेवन हमें मानसिक तनाव से और डिहाईड्रेशन से बचाता है | bai

वजन बढ़ाने के घरेलू नुस्खे how to weight gain

वजन बढ़ाने के घरेलू नुस्खे how to weight gain -  वजन कैसे बढ़ाएं ( how to weight gain ),क्या खाएं कि वजन बढ़े, mote hone ke gharelu nuskhe , वजन बढ़ाने के घरेलू उपाय क्या है| ऐसे तमाम वजन बढ़ाने वाली घरेलू नुस्खों के बारे में लोग तलाश करते  रहते हैं अगर आप भी वजन बढ़ाने वाले घरेलू नुस्खों को तराश रहे हैं तो अब आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं है |यहाँ आपको vajan badhane ke nuskhe, वजन को कैसे बढ़ाएं ,क्या खाएं कि वजन बढ़े और क्या ना खाएं ,आदि से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां आपको  मिलेगी | वजन बढ़ाए घरेलू नुस्खाे से बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपनी दुबले पतले शरीर से काफी परेशान होते है | दुबले पतले शरीर वाले लोग कहीं जाने से भी हिचकते हैं क्योंकि वे जहां भी जाते हैं ,लोग उनका मजाक उड़ाते हैं  |ऐसे लोग दूसरे की आकर्षक व्यक्तित्व को देखकर अपने आप को काफी कुंठित कर लेते है |और हीन भावना से ग्रसित हो जाते हैं | वे सोचते है कि काश उनका भी व्यक्तित्व ऐसा होता | शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति का मस्तिष्क भी कम विकसित होता है क्योंकि कहा भी गया है कि" स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क क

वजन कम करने के सबसे शानदार और असरदार उपाय, how to lose weight easily

हेलो दोस्तों, आज मैं आपको वजन कम कैसे करें (how to lose weight), वजन कम करने के टिप्स(tips for lose weight in hindi) ,वजन कम करें आसानी से (how to lose weight easily)वजन कम करने के लिए क्या खा सकते हैं और क्या नहीं, इसके बारे में कुछ टिप्स बताऊंगा| वैसे देखा जाए तो मोटापा एक आम समस्या हो गई |आज के भाग दौड़ भरी जिंदगी मे लोग अपने खान-पान पर विशेष ध्यान नहीं देते और उन्हें जो कुछ भी मिलता है ,उसे वह खाते जाते हैं| उनके शरीर में चर्बी जमा होती चली जाती है और अंततः वे मोटापे के शिकार हो जाते हो| वजन कम करे ज्यादा मोटापा होना भी कई बीमारियों का संकेत है |अगर आप स्वस्थ और फिट नहीं है ,तो अनेक प्रकार की बीमारियां हो सकती है| आपने देखा होगा कि आजकल ज्यादातर लोगों को तोंद निकली होती है |जो बहुत ही बेकार और भद्दा लगता है| मोटापा आपकी पर्सनालिटी को भी प्रभावित करता है|  आज हम आपको मोटापा कम करने के लिए कुछ टिप्स बताएंगे कि आप अपना वजन कम कैसे कर सकते हैं( how to lose weight in hindi) इन टिप्स को फॉलो करके 1 से 2 महीने में आप अपना वजन कम कर सकते हैं   मोटापा का कारण- अक्सर देखा गया

भारत इजरायल एंटी कोविड को- ऑपरेशन,India-Israel Anti Covid Co-operation

भारत इजरायल एंटी कोविड को- ऑपरेशन,India-Israel Anti Covid Co-operation, covid-19 latest update,corona virus latest update hindi,covid-19 vaccine update,corona vaccine latest update,corona medicine india latest news ,corona vaccine latest update in hindi,oxford univercity news,coronavirus covid-19 vaccine latest update in hindi covid-19 vaccine भारत वासियों के लिए अब एक के बाद एक नई खुशखबरी सुनने को मिल रही है | अगर ईश्वर ने चाहा तो बहुत जल्द कोरोना वायरस भारत से खत्म हो  जाएगा | भारत कोरोना वायरस के शुरुआती नियंत्रण की ओर धीरे-धीरे अपना कदम बढ़ा रहा है। NITI AYOG के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। सरकार का यह प्रयास होगा कि जैसे ही टीका परीक्षण सफल होगा, इसका उत्पादन और टीकाकरण कार्य बड़े पैमाने पर शुरू कर दिया जाएगा।इसी बीच कोरोना को  लेकर एक बड़ी खबर आ रही है | दरअसल  इजराइली दूतावास ने बयान जारी करते हुए कहा कि  आने वाले हफ्तों में इजरायल के विदेश रक्षा व स्वास्थ्य मंत्रालयों के नेतृत्व म

covid-19 vaccine latest update कोविड-19 वैक्सीन लेटेस्ट अपडेट

covid-19 vaccine latest update कोविड-19 वैक्सीन लेटेस्ट अपडेट covid-19 latest update,corona virus latest update hindi,covid-19 vaccine update,corona vaccine latest update,corona medicine india latest news ,corona vaccine latest update in hindi,oxford univercity news,coronavirus covid-19 vaccine latest update in hindi भारत कोरोना वायरस के शुरुआती नियंत्रण की ओर धीरे-धीरे अपना कदम बढ़ा रहा है। NITI AYOG के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में भी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। सरकार का यह प्रयास होगा कि जैसे ही टीका परीक्षण सफल होगा, इसका उत्पादन और टीकाकरण कार्य बड़े पैमाने पर शुरू कर दिया जाएगा।      एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉ. वीके पॉल ने कहा कि एक पुरानी भारतीय वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट भी ऑक्सफोर्ड में चल रहे वैक्सीन ट्रायल में शामिल है। परीक्षण सफल होने के पश्चात, ऑक्सफोर्ड और सीरम संस्थान ने इसका उत्पादन करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।       समान्यत:, कोई भी टीका एक निश्चित उम्र तक के बच्चों को

सफेद पानी या लिकोरिया का सफल घरेलू इलाज,safed pani ka safal ghare lu ilaj

सफेद पानी या लिकोरिया का सफल घरेलू इलाज,safed pani ka safal ghare lu ilaj,ayurvedic ilaj,leukoria ka upay. स्त्री रोग से संबंधित अनेक समस्याएं होती हैं |इन समस्याओं से कोई न कोई महिला  जरूर ग्रसित होती है, परंतु इन समस्याओं पर खुलकर बातें करने से कतराती है |इनमें से अधिकांश लड़कियां भी होती है ,जो अपने परिवार से संकोचवश इन बातों को छुपाती है ,लेकिन जब ये समस्याएं विकराल रूप ले लेती है ,तो उन्हें अपने परिवार को बताना ही पड़ता है |      आज हम उन्हीं कुछ समस्याओं में से सफेद पानी या श्वेत प्रदर या ल्यूकोरिया के बारे में बात  करेंगे|वैसे देखा  जाए तो श्वेत प्रदर या सफेद पानी नामक रोग महिलाओं की योनि में संकुचन के कारण होता है |जब महिलाओं की योनि में संकुचन हो जाता है ,तो सफेद पानी के रूप में तरल पदार्थ  निकलता है |       अगर इसका इलाज सही समय पर नहीं किया जाए ,तो आगे चलकर यह अनेक बीमारियों को जन्म देता है |इस रोग के कारण महिलाओं में कमजोरी, थकान, सिरदर्द, चक्कर आना, कमर दर्द जैसी अनेक समस्याएं देखने को मिलती है| हालांकि अधिकांश महिलाएं इस रोग के इलाज में एलोपैथिक दवाओं का प्रयोग करती

पेशाब के विभिन्न रोग और उनके आसान घरेलू उपाय

पेशाब रोग से संबंधित अनेक बीमारियां हैं, जिनमें से प्रमुख बिस्तर पर पेशाब करना, मूत्राशय की जलन, पेशाब का बार बार आना, पेशाब का कम आना और पेशाब का रुक कर आना, प्रमुख बीमारियां है |अगर इन बीमारियों का सही से इलाज समय रहते न किया जाए तो  ,आगे चल कर अनेक बीमारियो   का  कारण भी बन सकती हैं |    कभी-कभी आप देखते होंगे कि छोटे बच्चे रात में सोते समय बिस्तर पर पेशाब कर देते हैं, और उन्हें इसका पता ही नहीं चलता है | अगर इसका समय रहते इलाज न किया जाए तो बड़े होने पर भी यह आपका पीछा नहीं छोड़ेंगी| कभी-कभी पेशाब करने में जलन महसूस होती है, जिसकी वजह से हमे काफी दर्द महसूस होता है | कभी पेशाब ही नहीं उतरती है और पूरा पेट फूल जाता है ,और हम काफी परेशान हो जाते हैं|  तो आइए दोस्तों आज हम पेशाब से संबंधित विभिन्न रोगों के अचूक घरेलू उपायों के बारे में चर्चा करें ,जिनका का प्रयोग करके आप पेशाब से संबंधित विभिन्न रोगों को आसानी से दूर कर सकते हैं-  बिस्तर पर पेशाब करना :- यदि आपका बच्चा रात में सोते समय बिस्तर पर पेशाब कर देता है ,तो उसे अखरोट की एक गिरी तथा 5 ग्राम किसमिस रात में सोने से पहले नित

संक्रामक रोगों के प्रसार और उनसे बचाव के आसान उपाय

संक्रामक रोगों के प्रसार को रोकना संक्रामक रोग एक ऐसा रोग है ,जो कभी भी और किसी को हो भी सकता है।संक्रामक रोगों के फैलने का सबसे अनुकूल मौसम वर्षा या  बरसात का है, क्योंकि इस मौसम में हर जगह सड़़न और सीलन देखने को मिल जाती है ,जिसके कारण जीवाणु और विषाणु की संख्या में वृद्धि देखने को मिलती है।     इस मौसम की मार प्रत्येक व्यक्ति पर पड़ती है और  वह काफी परेशान  और त्रस्त हो जाता है, परिणाम स्वरूप उनकी शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही कम हो जाती है और वे विषाणुओ के हमले का  शीघ्र व आसानी से शिकार हो जाते हैं।      जब शरीर मजबूत और तंदुरुस्त होगा, तो हमारी रक्षात्मक शक्ति भी अधिक होगी और हम रोगाणु और विषाणु दोनो से लड़ सकेंगे, इसलिए हमें अपने स्वास्थ्य को हमेशा बेहतर रखना होगा।  कुछ आवश्यक सावधानियां बरतकर हम अपने आप को काफी हद तक इनसे बचा सकते हैं स्वयं को या दूसरों को संक्रमित करने का जोखिम कम करें:-  अपने हाथ अक्सर धोएं।  यह भोजन तैयार करने से पहले और खाने से पहले और शौचालय का उपयोग करने के बाद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।  भीड-भाड़ से दूर रहें :-  इससे वायु या सांस द्वा

क्या आप भी वायरल फीवर से परेशान हैं तो अपनाए इन रामबाण घरेलू उपायो को

बरसात का मौसम आते ही वायरल फीवर के मामले बढ़ने लगते हैं। अगर इस मौसम में आप सही से देखभाल नहीं करते हैं तो शरीर में दर्द, तेज बुखार, खांसी-जुकाम के लक्षण आमतौर पर देखने को मिल जाते हैं। इसके दो बड़े कारण हैं। पहला मौसम में बदलाव यानी तापमान का घटना। यह मौसम मच्छरों, बैक्टीरिया और वायरस के बढ़ने और फैलने के लिए मुफीद माना जाता है।     दूसरा, बारिश में कुदरती तौर पर शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता यानी इम्युनिटी कम हो जाना। इम्युनिटी का स्तर कम होने के कारण ये आसानी से शरीर को संक्रमित करते हैं। नतीजा तेज बुखार के रूप में सामने आता है। इसके इलाज के तौर पर आयुर्वेदिक काढ़ा लेने की सलाह दी जाती है। जिसे घर पर आसानी से तैयार किया जा सकता है। वायरल बुखार के शुरुआती लक्षण :-  सर्दी-खांसी जुकाम को इस मौसम में खासतौर पर नजरअंदाज न करें। ये संक्रमण के शुरुआती लक्षण होते हैं। थकान, मांसपेशियों में दर्द, तेज बुखार, खांसी, जोड़ों में दर्द, गले में दर्द, सिरदर्द, आंखों का लाल होना और अगर आपका माथा बहुत तेज गर्म हो तो, तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। आमतौर वायरल बुखार ठीक होने पर 5-6 दिन लग जाते हैं।

कोरोना से बचाव और इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए इस काढ़े को पिये

कोरोना से बचाव और इम्यूूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए  इस काढ़े को पिये  आयुर्वेद और सिद्ध जैसे पारंपरिक चिकित्सा के डॉक्टर आमतौर पर पाए जाने वाले पौधों से बने प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले व्यंजनों का सुझाव देते हैं  जब कॉमिक वीर दास ने ट्विटर धागा डाला, तो लोगों ने कोरोनोवायरस के खिलाफ अपनी प्रतिरक्षा को बढ़ाने के विभिन्न तरीकों के बारे में पूछा, तो बहुत ही आकर्षक जवाब मिला: च्यवनप्राश।  आश्चर्य नहीं, यह देखते हुए कि वह अपने नवीनतम नेटफ्लिक्स विशेष, वीर दास: फॉर इंडिया में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य पूरक में भारतीयों के अंध विश्वास पर कैसे मज़ाक उड़ाते हैं।  लेकिन भारत में वृद्धि पर COVID-19 के मामलों के साथ, और WHO ने इसे महामारी घोषित करते हुए इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमें संक्रमणों के खिलाफ खुद को सुरक्षित करने की आवश्यकता है।  इसके लिए, नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोना और भीड़ से बचना सबसे अच्छा है।  इसके अलावा, यहां कुछ घरेलू उपचार हैं जो पारंपरिक चिकित्सा चिकित्सक आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सुझाते हैं। प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाएं इस घरेलू  काढ़े से  आ

कब्ज, पेट की जलन, भारी पेट और खराब पेट को ठीक करें इन आसान घरेलू उपायो से

    पेट की कब्ज, ठीक से साफ न होना और पेट भारी होना| बस एक बार  इस नुस्खे का प्रयोग कीजिए और इस समस्या से निजात पाइए |यदि आपका पेट सुबह अच्छी तरह से साफ नहीं होता है और आपको बल का उपयोग करना पड़ता है ,तो आपको कब्ज की समस्या हो सकती है। हमें कभी भी कब्ज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योकि कब्ज के कारण पेट में दर्द, पेट में जलन और पेट फूलने लगता है,  कब्ज का हमारे लीवर पर सीधा असर पड़ता है, जिसके कारण लिवर कमजोर होने लगता है और खाना ठीक से नहीं पचता है।और अगर लिवर ठीक से काम नहीं करता है तो इसका हमारे वजन, त्वचा और बालों पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। कब्ज और पेट साफ करने के घरेलू उपाय      आयुर्वेद कहता है कि अगर हमारा पेट सही है यानी पेट साफ है, तो 46 तरह की बीमारियां हमें कभी नहीं छू सकती हैं। इसलिए अगर आपको कब्ज की समस्या है, तो इसे कभी भी नजरअंदाज न करें,और आज का यह उपाय आपके कब्ज, पेट की जलन, भारी पेट और खराब पेट को बहुत आसानी से ठीक कर देगा। तो चलिए देखते हैं -      यहां हमारे पास 2 उपाय हैं .. जिनमें से एक आप लंबे समय तक बना कर रख सकते हैं और उसका उपयोग कर सकते है

टीबी के लक्षण ,कारण व अचूक घरेलू उपाय

राजयक्ष्मा या टीबी रोग ( माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस) टीवी एक ऐसी बीमारी है जो माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस बैक्टीरिया के कारण  फैलती है यह  ज्यादातर फेफड़ों में होती है |इससे रोगी को खॉसी कफ और बुखार हो जाता है |यह एक छूत का रोग है ,अगर इसका प्रारंभ में ही इलाज नहीं किया जाए ,तो यह काफी जानलेवा बीमारी साबित होती है| पुरातन आयुवेदिक ग्रन्थों में लिखा है कि-      मल-मूत्रादि वेगों को रोकने, अधिक व्रत, उपवास करने, अति मैथुन आदि धातुक्षयकारी कर्म करने, बलवान मनुष्य के साथ कुश्ती लड्ने अथवा शारीरिक शक्ति से अधिक, शारीरिक परिश्रम करने एवं बिना समय (असमय) खाने ,कभी   कम व कभी अधिक खाने आदि कारणों से क्षय/यक्ष्मा रोग होता है। यह रोग त्रिदोषज सन्निपातिक है, क्योंकि यह तीनों दोषों से होता है।      मेहनतपरिश्रम करने, बोझा उठाने, लम्बी राह चलने, अजीर्ण बदहज्मी में भोजन करने, अति मैथुन करने, विषम स्थान पर सोने तथा अति शीतल पदार्थों के सेवन करने से कफ कुपित होता है। फिर वह अपने मित्र वायु व पित्त को भी कुपित कर देता है।       इस प्रकार वात, पित्त और कफ इन तोनों दोषों से क्षय रोग होत

पेट दर्द के अचूक रामबाण घरेलू उपाय

पेट दर्द के अचूक रामबाण घरेलू उपाय पेट दर्द का घरेलू उपचार (Home Remedies for Stomach Pain)  गर्मियों में बच्चे हों या बड़े अक्सर पेट दर्द की शिकायत करते नजर आते हैं। अगर आप भी पेट दर्द या पेट संबंधी बीमारियों से ग्रस्त हैं, तो ऐसे में खान-पान में सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है। कभी-कभी हम इसे इतना हल्के में ले लेते हैं  जो आगे चलकर  हमारे लिए बड़ी परेशानियों का सबब बनती है ,इसलिए हमें पेट दर्द को हल्के में कभी भी नहीं लेना चाहिए और इसका  समय पर सही से इलाज कराना चाहिए|इसलिए आज हम आपको पेट दर्द के प्रकार  और पेट दर्द का घरेलू उपचार (Stomach Pain Remedies at Home) बता रहे हैं। पेट दर्द के घरेलू उपाय पेट दर्द के प्रकार (Type of Stomach Pain): 1.  वातोदर दर्द - पेट में गैस की वजह से होने वाले दर्द को आमतौर पर वातोदर दर्द कहा जाता है। 2. जलोदर दर्द - पेट में अत्याधिक पानी भरने यानि पानी ज्यादा पीने की वजह से होने वाले दर्द को जलोदर कहा जाता है। 3. पेट में कब्ज, अपच से होने वाला दर्द- कभी-कभी हम अत्यधिक मात्रा में गरिष्ठ भोजन या कब्ज कारक भोजन का सेवन कर लेते हैं पर

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नागदोन कई रोगों का है अचूक इलाज nagdon ke patte ke fayde

 नागदोन कई रोगों का है अचूक इलाज nagdon ke patte ke fayde  नागदोन पौधे का परिचय - नागदोन के फायदे ( nagdon ke fayde )बताने से पहले हम नागदोन के  बारे में जान लेते है | वैसे देखा जाए तो नागदोन पौधे का वर्णन बहुत कम ही देखने को मिलता है ,लेकिन नागदोन का पौधा औषधि गुणों से भरा पड़ा होता है| इन्हीं औषधि गुणों के कारण नागदोन के पौधे का प्रयोग अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है | जैसे - खूनी या बादी बवासीर, हिसाब से संबंधित समस्याओं को दूर करने मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव  में, सूजन हो या फोड़े फुंसियां हो उनको भी ठीक करने में किया जाता है | नागदोन के पौधे को नागदमनी  के नाम से भी जाना जाता है | nagdon ke fayde नागदोन का पौधा ( nagdon plant ke fayde )आपको सर्वत्र देखने को मिल जाएगा |यह पौधा खेतों में, खलियानों में, बगीचों में और  लानों में देखने को मिल जाता है|इस पौधे को आप अपने घर में भी लगा सकते हैं | इसे आप आसानी से किसी गमले में लगा सकते है | तो आइए जान लेते हैं इस चमत्कारिक फायदे के कुछ लाभों के बारे में  नागदोन के फायदे(nagdon ke fayde in hindi) पेशाब की समस्या को दूर

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे,arandi leaves benefits,arandi ke patte ke fayde piliya me,arandi ke patte ke fayde in hindi,arandi ke patte ke fayde bataye अरंडी का पौधा  कूड़ा करकट  या गोबर युक्त स्थानों पर  अधिक पाया जाता है । यह गांव- घर के आस-पास ,नदी- नालों के पास, छोटे पोखर के पास अधिकांशत देखने को मिल जाता है। अरंड का पौधा देखने में तो झाड़ियों के समान लगता है ,पर यह अपने औषधि गुणों के कारण अनेक रोगों के उपचार में काफी उपयोगी और लाभदायक होता है।      5 चौड़ी पंख वाले इसके पत्ते लाल व हरे रंग के होते हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह अरंडी हमारे शरीर के लिए आंतरिक या बाह्य दोनों रूप से उपयोगी और लाभकारी होती है ।अरंडी के बीज हो ,चाहे  पत्ते हो या अरंडी के तेल हो यह सभी किसी न किसी रोग के उपचार में प्रयोग किए जाते हैं। अरंडी में एंटीइन्फ्लेमेटरी ,एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल,और एंटी फंगल तत्व पाए जाते हैं, जिसके कारण स्किन व बालों को स्वस्थ रखने में भी काफी लाभदायक होते हैं । अरंडी के पत्ते के फायदे     अरंडी के पत्तों का प्रयोग अनेक रोगों के उपचार में क

बवासीर ठीक करे चुटकियो में! bawasir ke gharelu upay,khoni bawasir,badi bawasir

 बवासीर- bawasir ke gharelu upay, bawasir ke masse ka desi ilaj, आज के जमाने में बवासीर एक आम बात है हर कोई व्यक्ति  इससे कभी ना कभी पीड़ित होता है |बवासीर होने पर व्यक्ति को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है | बवासीर होने पर व्यक्ति का मल कड़ा हो जाता है जिससे मल त्यागने में व्यक्ति को काफी जोर लगाना पड़ता है | जिससे  मस्से छिल जाते हैं और व्यक्ति दर्द से कराहने लगता है |  बवासीर के प्रकार बवासीर दो प्रकार की होती हैं-अंदर और बाहर की|अंदर की बवासीर मे मस्से अंदर को होते हैं|गोल-चपटे उभरे हुए मस्से  चने-मसूर के दाने के बराबर भी होते हैं|कब्ज की वजह से जब अंदर का मस्सा शौच करते समय जोर लगाने पर बाहर आ जाता हैं,तो मरीज दर्द से तड़प उठता है और मस्से( masse wali bawaseer ka ilaj in hindi ) छिल जाए तो जख्म हो जाता है| इसे हम बादी बवासीर भी  कहते  हैं bawasir ke gharelu upay hindi tips बाहर की बवासीर मे- मस्सा गुदा वाली जगह पर होता है इसमें इतना दर्द नहीं होता हैं|कभी- कभी मीठी खारिश या खुजली होती है|कब्ज होने पर इससे इतना खून आने लगता हैं कि मरीज खून देखकर घबरा जाता है और चेहरा

दाद खाज खुजली कैसा भी हो ठीक करें चुटकी में dad ka ilaj

दाद -खाज -खुजली क्या है?daad khaj khujli ka pakka ilaj दाद एक प्रकार का चर्म रोग है |जो संक्रमण के कारण फैलता है| यह संक्रमित व्यक्ति के कपड़े छूने पहनने से हो सकता हैं |शुरुआत में यह धीरे धीरे फैलता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, यह बहुत ही तेज गति से  फैलता है |  यह फफूंदी से होने वाला रोग है| दाद होने पर यह जल्दी ठीक नहीं होता है और हमें काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है | dad khaj khujali ka ilaj in hindi दाद खाज होने के कारण dad khaj hone ke karan दाद की उत्पत्ति फफूंदी के कारण मानी जाती है | इस रोग में रोगाणु त्वचा की बाल की जड़ से त्वचा में प्रवेश करते हैं और हमारी त्वचा को प्रभावित कर देते हैं| यह पैरों और हाथों में दाढ़ी में या जांघों के बीच में बहुत ही  शीघ्रता से फैलता है | दाद नमी वाले स्थानों पर बहुत ही शीघ्र गति से फैलता है  जैसे- जांघों में या जहां पर अधिक पसीना आता हो | लक्षण- dad khaj hone ke lakshan  शुरू में यह लाल रंग के छोटे से  चकते के रूप में दिखाई देता है| और धीरे-धीरे या मटमैला  रंग का हो जाता है |दाद होने पर खुजली और जलन भी होती हैं |और जब अधिक मात्रा

घेंघा रोग(goiter) ,कारण, लक्षण और अचूक रामबाण घरेलू उपाय,thyroid ka ilaj

 गलगंड/घेंघा(goiter) क्या है ?ghengha rog kya hota hai? कंठमाला को घेघा रोग(goitre )के नाम से भी जाना जाता है। यह रोग आयोडीन की कमी से होता है। इस रोग में गर्दन या गले में थोड़ी सूजन हो जाती है, जिसके कारण गले का कुछ हिस्सा फूला हुआ नजर आता है ।अगर इसका इलाज सही समय पर न किया जाए ,तो यह कैंसर का रूप धारण कर लेता है।अतः घेंंघा का इलाज सही समय पर कराना नितांत आवश्यक होता है। घेंघा रोग थायराइड ग्रंथि( thyroid ke gharelu upay) में होने  वाला रोग है । घेंघा रोग/ गलगंड  घेंघा रोग होने के कारण -ghengha rog ke karan आमतौर पर अगर देखा जाए तो घेंघा रोग होने का मुख्य कारण जो होता है ,वह आयोडीन की कमी होती है अर्थात जिन व्यक्तियों में आयोडीन की कमी होती है वह घेंघा रोग से ग्रसित हो जाते हैं ।अत: व्यक्ति को आयोडीन युक्त नमक का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए। गलगंड/  थायराइड (goiter)/thyroid  के लक्षण( galgand ke lakshan) तीव्र सिरदर्द गर्दन में जकड़न नींद के झोंके मुर्छा आना अत्यधिक वमन अत्यधिक तापमान पेट दर्द अंडकोषों में सूजन घेंघा रोग में क्या नहीं खाना चाहिए ?ghengha rog me kya na khaye ?

मर्दाना कमजोरी को चुटकियों में दूर करने के अचूक घरेलू उपाय,Mardana Kamzori

  मर्दाना कमजोरी से तात्पर्य पुरुष की प्रजनन क्षमता में कमी का होना है  ऐसी स्थिति में पुरुष का प्रजनन अंग कमजोर हो जाता है| परिणाम स्वरूप पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं की कमी हो जाती है  इसके अलावा कई लोगों में शुक्राणुओं का अभाव भी हो जाता है| मर्दाना कमजोरी( mardana kamzori ki dawa) की समस्या से ग्रसित व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सहवास करते समय उसे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाता है इस वजह से वह मानसिक परेशानी का भी सामना करता है| mardana kamzori ka gharelu ilaj in hindi जाने अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते है जिसकी वजह से हमें मर्दाना कमजोरी (mardana kamzori ka ilaj in hindi )की समस्या का सामना करना पड़ता है अक्सर देखा गया है कि लोग अपनी कामुकता की भावना को शांत करने के लिए हस्तमैथुन करते है |इस क्रिया के निरंतरता के फल स्वरुप हम अपनी मर्दाना ताकत( mardana taqat ki dawa in hindi ) को खो देते हैं |इसके अतिरिक्त अन्य ऐसे कारण भी है जिनकी वजह से हम अपना वीर्य (मर्दाना ताकत) काफी मात्रा में पतला कर देते हैं और हम मर्दाना कमजोरी की समस्या से ग्रसित हो जाते है|  अक्सर देखा गया ह

किसी भी प्रकार की पेचिश को दूर करें, इन आसान घरेलू उपायो से,khooni,safed pechis ki dawa

  पेचिश क्या है?pechis kya hai, pechis ke gharelu upay पेचिश पेट से संबंधित एक  ऐसा रोग है, जिसमें दस्त होने के साथ-साथ रक्त भी निकलता है। इस बीमारी को आंव भी कहते हैं। इस बीमारी के अन्य नाम आंवतिसार ,रक्ततिसार और आमातिसार  भी है | यह आंतों में होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है। इसमें पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है। पेचिश की बीमारी होने पर इसका तुरंत इलाज करवा लेना चाहिए, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। pechis ke gharelu upay पेचिश होने के कारण pechis hone ke karan  इस संक्रमण से फैलने वाली बीमारी है इसके साथ-साथ बासी  खाना खाने, तली -भुनी चीजों का अधिक सेवन करना और अधिक मसालेदार वस्तुओं के सेवन से  पेचिश हो सकता है|  इसके अतिरिक्त यह रोग मक्खियों से फैलता है| पेचिश रोग के जीवाणु रोगी के मल में मौजूद रहते हैं| जब कभी पेचिश का रोगी खुले में मल त्याग करता है ,तो उस पर मक्खियां आकर बैठ जाती हैं और वे उन जीवाणुओं को अपने साथ ले जाती हैं तथा खुली हुई खाने-पीने की चीजों पर छोड़ देती हैं| फिर जो व्यक्ति उन वस्तुओं को खाता है, उनके साथ वे जीवाणु उसके पेट में चले जाते हैं| इस त

क्या आप भी है खुजली से परेशान तो, अपनाएं इन 24 अचूक घरेलू उपायों को

 क्या आप भी है खुजली से परेशान तो, अपनाएं इन 24 अचूक घरेलू उपायों को बदलते मौसम के अनुसार स्कीम से संबंधित अनेक समस्याएं हमारे सामने आकर खड़ी हो जाती है ।अगर इन समस्याओं का समय पर इलाज नहीं किया जाए ,तो काफी कष्टदायक हो सकती हैं ।गर्मियों के मौसम में तो यह समस्या और भी विकराल रूप ले लेती है ।इन्हीं समस्याओं में दाद ,खाज और खुजली जैसी समस्याएं हमारे सामने देखने को मिलती है। यह समस्या हमारे सामने उचित देखभाल  और साफ-सफाई नहीं कर पाने के कारण पैदा होती है ।तो आज हम खुजली  से संबंधित 24 ऐसी प्रभावकारी घरेलू नुस्खे के बारे में बात करेंगे ,जिससे आप अपने खुजली का उपचार बहुत ही आसानी से कर सकते हैं-   खुजली के घरेलू उपाय दूधी का रस लगाने से खुजली मिट जाती है।  पीपल के वृक्ष की छाल का क्वाथ बनाकर पीने से खुजली मिट जाती है। नागदोन और शक्कर मिलाकर खाने से खुजली मिट जाती है।  पारस पीपल के फल फूल या छाल को गर्म करके स्नान करने से खुजली मिट जाती है।  मीठे नीम की छाल को पीसकर लगाने से फफोले व खुजली मिट जाती है  पित्तपापड़े का अर्क या अवलेह बनाकर खाने से खुजली तथा अन्य चर्म रोग मिट ज

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग       वैसे देखा जाए तो आंवला आकार में  अन्य फलों से से काफी छोटा होता है  और स्वाद में भी काफी खट्टा होता है लेकिन यह अपने और सभी गुणों के कारण काफी उपयोगी और लाभदायक होता है आंवले का प्रयोग अन्य घरेलू नुस्खों के रूप में किया जाता है|      आंवला मैं विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसके अलावा विटामिन A ,B कांप्लेक्स ,पोटेशियम ,कैल्शियम, मैग्नीशियम ,आयरन ,कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर और डाई यूरिक एसिड पाए जाते हैं और आंवले में पाए जाने वाला विटामिन सी स्कर्वी रोग के रोकथाम में सहायता प्रदान करता है, क्योंकि विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग हो जाता है| जिसके आंवले के गुण कारण व्यक्ति के मसूड़ों से खून आने लगते हैं| अतः इस रोग से बचने के लिए मनुष्य को आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए | आंवले में औषधि  गुण होने के कारण इसे 100 रोगों की दवा भी कहा जाता है |आंवले का  प्रयोग अनेक रोगों जैसे कब  बनना, भूख न लगना ,योनि शक्ति के लिए ,पेट और आंतों में छाले होना, बलगम बन रहा हो, सिर चकराना ऐसे ही अनेक प्रकार के रोगो में आंवले का प्रयोग किया जा सकता है

8+anar khane ke fayde अनार खाने के 8 महत्वपूर्ण फायदे

अनार के 8 महत्वपूर्ण फायदे व नुकसान,अनार के औषधीय गुण benefit of anar,anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar ke fayde,khali pet anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar khane ke fayde for skin in hindi,anar ke fayde batao,benefit of anar,anar khane ke fayde ,अनार के सेवन से फायदे anar ke fayde       वैसे देखा जाए तो फलों में अनार  काफी महत्वपूर्ण फल है  |अनार मैं विटामिन ए ,सी और K तथा फाइबर पाया जाता है|.अनार फल  स्वास्थ्य दृष्टि से काफी लाभदायक है |अनार एक रसदार फल है, जिसमें छोटे-छोटे दानों में रस भरा होता है जिससे अनार का जूस निकाला जाता है| अनार का जूस हमारे सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है|अनार के जूस का नियमित रूप से प्रयोग किया जाए ,तो हमारे स्वास्थ्य संबंधित अनेक समस्याओं का निदान हो सकता है| khali pet anar khane ke fayde anar ke fayda       ऐसा फल है जिसके  बीज और छिलकों में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं ,जिनके सेवन या प्रयोग से हम अपनी स्वास्थ संबंधी अनेक समस्याओं का निदान या उपचार  कर  सकते हैं |अनार का सेवन करने से खून की