पेशाब रोग से संबंधित अनेक बीमारियां हैं, जिनमें से प्रमुख बिस्तर पर पेशाब करना, मूत्राशय की जलन, पेशाब का बार बार आना, पेशाब का कम आना और पेशाब का रुक कर आना, प्रमुख बीमारियां है |अगर इन बीमारियों का सही से इलाज समय रहते न किया जाए तो ,आगे चल कर अनेक बीमारियो का कारण भी बन सकती हैं |
कभी-कभी आप देखते होंगे कि छोटे बच्चे रात में सोते समय बिस्तर पर पेशाब कर देते हैं, और उन्हें इसका पता ही नहीं चलता है | अगर इसका समय रहते इलाज न किया जाए तो बड़े होने पर भी यह आपका पीछा नहीं छोड़ेंगी| कभी-कभी पेशाब करने में जलन महसूस होती है, जिसकी वजह से हमे काफी दर्द महसूस होता है | कभी पेशाब ही नहीं उतरती है और पूरा पेट फूल जाता है ,और हम काफी परेशान हो जाते हैं|
तो आइए दोस्तों आज हम पेशाब से संबंधित विभिन्न रोगों के अचूक घरेलू उपायों के बारे में चर्चा करें ,जिनका का प्रयोग करके आप पेशाब से संबंधित विभिन्न रोगों को आसानी से दूर कर सकते हैं-
इसके लिए आप दानेदार धनिया को मोटा पीसकर इसका छिलका अलग कर ले | फिर बीजों के अंदर की गिरी निकालकर 300 ग्राम धनिया की गिरी( प्राय: 450 ग्राम धनिया में 300 ग्राम गिरी निकल जाती है), 300 ग्राम मिश्री या चीनी ले ,दोनों को अलग-अलग पीसकर आपस में मिला लें| समझ लीजिए औषधि तैयार है | मूत्राशय की जलन के अलावा वीर्य की उत्तेजना दूर करने में भी यह अचूक है |वजन खुराक 5 ग्राम एक गिलास ठंडे पानी से दिन में दो बार ले |केवल 3 दिन तक इसका प्रयोग करें |
2- पेशाब बार बार और अधिक मात्रा में आए तो ,दो पके केले का सेवन दोपहर को भोजन के बाद कुछ दिन करना चाहिए| यह रोग अंगूर खाने से भी दूर हो जाता है |
3- शाम को पालक की सब्जी खाने से रात में पेशाब के लिए बार-बार नहीं उठना पड़ता है
4- बार-बार पेशाब आने पर 60 ग्राम भुने चने को खाकर ऊपर से थोड़ा सा गुड़ खाएं | 2 दिन लगातार सेवन करने से बार-बार पेशाब आने की समस्या ठीक हो जाएंगी | बूढ़ों को ज्यादा दिन तक यह खुराक लेनी चाहिए| पाचन शक्ति यदि बिगड़ी हुई हो तो इसका प्रयोग करें|
5 - रोजाना मेथी का साग खाने से पेशाब का ज्यादा होना ठीक हो जाता है|
2- जौ का पानी, नारियल का पानी, गन्ने का रस और कुल्थी का पानी विशेष सहायक है |रात में तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी प्रातः पीने से भी लाभ होता है| भोजन के बाद छांछ में हरा धनिया मिलाकर पीना भी लाभदायक है|
2- 2 ग्राम जीरा और 2 ग्राम मिश्री दोनों को पीसकर फंकी लेने से रुका हुआ पेशाब खुलकर आता है| 1 दिन में तीन बार इसका प्रयोग करें| गुर्दे की खराबी की वजह से अगर पेशाब बनना बंद हो गया है ,तो मूली और मूली के पत्तों का रस 60 ग्राम की मात्रा में पीने से यह फिर से बनने लगता है| इससे पेशाब की जलन और वेदना शांत हो जाती है|
कभी-कभी आप देखते होंगे कि छोटे बच्चे रात में सोते समय बिस्तर पर पेशाब कर देते हैं, और उन्हें इसका पता ही नहीं चलता है | अगर इसका समय रहते इलाज न किया जाए तो बड़े होने पर भी यह आपका पीछा नहीं छोड़ेंगी| कभी-कभी पेशाब करने में जलन महसूस होती है, जिसकी वजह से हमे काफी दर्द महसूस होता है | कभी पेशाब ही नहीं उतरती है और पूरा पेट फूल जाता है ,और हम काफी परेशान हो जाते हैं|
तो आइए दोस्तों आज हम पेशाब से संबंधित विभिन्न रोगों के अचूक घरेलू उपायों के बारे में चर्चा करें ,जिनका का प्रयोग करके आप पेशाब से संबंधित विभिन्न रोगों को आसानी से दूर कर सकते हैं-
बिस्तर पर पेशाब करना :-
यदि आपका बच्चा रात में सोते समय बिस्तर पर पेशाब कर देता है ,तो उसे अखरोट की एक गिरी तथा 5 ग्राम किसमिस रात में सोने से पहले नित्य एक बार खिलाएं |1 सप्ताह में पूरी तरह से आराम हो जाएगा |मूत्राशय की जलन :-
अगर आप मूत्राशय की जलन से परेशान है और आप को पेशाब करने में जलन महसूस होती है ,तो आप इस उपाय को अपना सकते हैंइसके लिए आप दानेदार धनिया को मोटा पीसकर इसका छिलका अलग कर ले | फिर बीजों के अंदर की गिरी निकालकर 300 ग्राम धनिया की गिरी( प्राय: 450 ग्राम धनिया में 300 ग्राम गिरी निकल जाती है), 300 ग्राम मिश्री या चीनी ले ,दोनों को अलग-अलग पीसकर आपस में मिला लें| समझ लीजिए औषधि तैयार है | मूत्राशय की जलन के अलावा वीर्य की उत्तेजना दूर करने में भी यह अचूक है |वजन खुराक 5 ग्राम एक गिलास ठंडे पानी से दिन में दो बार ले |केवल 3 दिन तक इसका प्रयोग करें |
पेशाब का बार बार आना :-
1- सुबह शाम गुड से बना हुआ तिल का एक लड्डू खाने से बार बार पेशाब आना बंद होता है |आवश्यकता अनुसार चार-पांच दिन तक खाएं | सर्दियों में तो यह बहुत ही उत्तम रहता है|
तिल के लड्डू |
3- शाम को पालक की सब्जी खाने से रात में पेशाब के लिए बार-बार नहीं उठना पड़ता है
4- बार-बार पेशाब आने पर 60 ग्राम भुने चने को खाकर ऊपर से थोड़ा सा गुड़ खाएं | 2 दिन लगातार सेवन करने से बार-बार पेशाब आने की समस्या ठीक हो जाएंगी | बूढ़ों को ज्यादा दिन तक यह खुराक लेनी चाहिए| पाचन शक्ति यदि बिगड़ी हुई हो तो इसका प्रयोग करें|
5 - रोजाना मेथी का साग खाने से पेशाब का ज्यादा होना ठीक हो जाता है|
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मेथी के पत्ते |
पेशाब का कम आना :-
1- दो छोटी इलायची को पीसकर उसे फांके और ऊपर से दूध पी ले |पेशाब खुलकर आएगा और मूत्र दाह भी बंद हो जायेगा|2- जौ का पानी, नारियल का पानी, गन्ने का रस और कुल्थी का पानी विशेष सहायक है |रात में तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी प्रातः पीने से भी लाभ होता है| भोजन के बाद छांछ में हरा धनिया मिलाकर पीना भी लाभदायक है|
पेशाब का रुकना :-
1- पेशाब किसी भी कारण से बंद हो तो अरंड का तेल 20 ग्राम तक गर्म पानी में मिलाकर पीने से 15-20 मिनट में पेशाब खुल जाता है |जब हर तरह से हार जाएंगे और किसी उपाय से पेशाब न उतरें, तो यह प्रयोग अवश्य आजमाना|2- 2 ग्राम जीरा और 2 ग्राम मिश्री दोनों को पीसकर फंकी लेने से रुका हुआ पेशाब खुलकर आता है| 1 दिन में तीन बार इसका प्रयोग करें| गुर्दे की खराबी की वजह से अगर पेशाब बनना बंद हो गया है ,तो मूली और मूली के पत्तों का रस 60 ग्राम की मात्रा में पीने से यह फिर से बनने लगता है| इससे पेशाब की जलन और वेदना शांत हो जाती है|
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