सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

मई, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे,arandi leaves benefits,arandi ke patte ke fayde piliya me,arandi ke patte ke fayde in hindi,arandi ke patte ke fayde bataye अरंडी का पौधा  कूड़ा करकट  या गोबर युक्त स्थानों पर  अधिक पाया जाता है । यह गांव- घर के आस-पास ,नदी- नालों के पास, छोटे पोखर के पास अधिकांशत देखने को मिल जाता है। अरंड का पौधा देखने में तो झाड़ियों के समान लगता है ,पर यह अपने औषधि गुणों के कारण अनेक रोगों के उपचार में काफी उपयोगी और लाभदायक होता है।      5 चौड़ी पंख वाले इसके पत्ते लाल व हरे रंग के होते हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह अरंडी हमारे शरीर के लिए आंतरिक या बाह्य दोनों रूप से उपयोगी और लाभकारी होती है ।अरंडी के बीज हो ,चाहे  पत्ते हो या अरंडी के तेल हो यह सभी किसी न किसी रोग के उपचार में प्रयोग किए जाते हैं। अरंडी में एंटीइन्फ्लेमेटरी ,एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल,और एंटी फंगल तत्व पाए जाते हैं, जिसके कारण स्किन व बालों को स्वस्थ रखने में भी काफी लाभदायक होते हैं । अरंडी के पत्ते के फायदे     अरंडी के पत्तों का प्रयोग अनेक रोगों के उपचार में क

Kela khane ke fayde, केला खाने के है गजब के फायदे

 Kela khane ke fayde, केला खाने के है गजब के फायदे,kela khane ke fayde aur nuksan,dahi or kela khane ke fayde,kela khane ke fayde kya hai,khana khane ke bad kela khane ke fayde,subah kela khane ke fayde  केला हमारे शरीर के वजन बढ़ाने के लिए जाना जाता है इसलिए जो लोग मोटे होते हैं वे केला खाने से कतराते हैं| केला खाने से हमारे शरीर को  तुरंत ऊर्जा मिलती है क्योंकि केला में कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जो हमारे शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करने में सहायता करता है इसके अतिरिक्त केला में कैल्शियम, फास्फोरस  ,मैग्नीशियम तांबा और आयरन पाया जाता हैं|  केला खाने के फायदे  वैसे देखा जाए तो केला बारहमासी फल है |हर मौसम में मिलने वाला  फल है |अगर आप केले का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, तो आप मोटे भी हो सकते हैं |इसलिए केले का सेवन सीमित मात्रा में और  आवश्यकता अनुसार करना चाहिए |केला स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी उपयोगी और  लाभदाई फल है| आज हम ऐसे ही केले के कुछ उपयोगी फायदे और लाभ के बारे में चर्चा करेंगे - आतों के मर्ज के लिए- अगर आप आतों से संबंधित समस्या से परेशान है

नीम के 10 महत्वपूर्ण फायदे ,10+ benefits of neem

नीम के 10  महत्वपूर्ण फायदे ,10+ benefits of neem,नीम के औषधि गुण है लाजवाब,  आयुर्वेद में  नीम को "सर्व रोग निवारिणी’' भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है- सभी तरह के रोगों का निवारण करने वाला। आयुर्वेद में ‘नीम’ बेमिसाल औषधि मानी जाती है, क्योंकि नीम से हर तरह के रोगों का इलाज संभव है।  नीम का पौधा अधिकांश लोगों के पास गांव या देहातों में पाया जाता है गांव में लोग अपने द्वार पर नीम का पौधा  जरूर लगा देते हैं नीम उष्ण पर्णपाती वनो के अंतर्गत आने वाला पौधा है, नीम के पौधे अपनी पत्तियां गर्मियों में गिरा  देते हैं नीम के पत्तों का स्वाद काफी कड़वा ( kadwe neem ke fayde) होता है ,जिसको लोग खाने से कतराते हैं |लेकिन नीम के पत्ते अनेक औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं जिनका सेवन करने से अनेकों रोगों में लाभ मिलता है |      नीम के पत्तों( neem ke pani ke fayde ) का सेवन खड़ा या उनका जूस बनाकर भी कर सकते है स्वास्थ्य संबंधी विकारों या समस्याओं में नीम के पत्तों या नीम के जूस का प्रयोग काफी लाभदायक होता है| नीम की निंबोली से तेल निकाला जाता है|नीम का पत्ता भले ही स्वाद में कड़वा हो ,ले

इसबगोल खाने के गजब के हैं फायदे देखकर दंग रह जाओगे

इसबगोल खाने के गजब के हैं फायदे देखकर दंग रह जाओगे,इसके कुछ नुकसान kabj me isabgol ke fayde,dast me isabgol ke fayde,isabgol benefits,isabgol benefits in hindi,isabgol with milk at night,isabgol benefits for skin,isabgol kaise le, इसबगोल के फायदे, उपयोग और नुकसान इसबगोल की भूसी जो देखने मैं  सामान्य  सी दिखाई देती है जिसमें अनेक प्रकार की औषधि गुण पाए जाते हैं|  इन औषधीय   गुणों के कारण ही इसबगोल की भूसी के अनेक फायदे होते है | इसबगोल की भूसी के औषधि गुण और उसके फायदे से बहुत से लोग अनजान होते हैं, जिसके कारण वे इसबगोल की भूसी के औषधीय गुणों का भरपूर लाभ उठाने से चूक जाते हैं |आज हम इस बगोल  की भूसी के औषधीय गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं | जिसको  जानने के बाद आप भी इसबगोल की भूसी से होने वाले फायदों का भरपूर लाभ उठा सकते हैं| इसबगोल के फायदे जिन लोगों को  कब्ज़  या पेट की गड़बड़, खराब हाज़मा जैसी परेशानियां रहतीं हैं, उनके लिए इसबगोल एक आसान, सस्ता और प्राकृतिक उपाय है। इसबगोल की तासीर ठंडी होती है, इसे कब्ज़, पेचिश और आँत के रोगों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।   इसबगोल प

अगर आप भी मूली खाते हैं तो इन फायदों को जान लीजिए

 अगर आप भी मूली  खाते हैं तो इन  फायदों को जान  लीजिए ,mouli salad,muli khane ke fayde aur nuksan,mooli ke patte ke fayde,muli ke fayde bataen,muli ke fayde in pregnancy      मूली आकार में दुबली पतली और लंबी होती है बहुत से लोग मूली का नाम सुनते ही अपनी अनिच्छा जाहिर कर देते हैं अर्थात उन्हें  मूली खाना पसंद नहीं होता है | लेकिन जो लोग मूली खाने के फायदे के बारे में जानते हैं | वे मूली को बड़े चाव के साथ खाते हैं |मूली एक प्रकार की जड़ होती है | जो जमीन के अंदर पाई जाती है| मूली खाने के फायदे       मूली देखने में भले ही दुबली पतली हो और स्वाद में  तीखी हो लेकिन यह अपने औषधि गुणों के कारण काफी लोकप्रिय है |वैसे देखा जाए तो मूली का प्रयोग सब्जियों में सलाद में तथा आचार बनाने में भी किया जाता है प्रायः देखा जाता है कि लोग खाने के समय सलाद का सेवन करते हैं जिसमें मूली का सलाद काफी लोकप्रिय है | मूली के अचार इतने स्वादिष्ट बनते हैं कि लोग इसके दीवाने हो जाते हैं |और मूली के सब्जियों का तो कहने ही क्या स्वाद के साथ-साथ अनेक रोगों में भी लाभदायक होती है | मूली हमारे पाचन तंत्र को मजब

आम ,आम के प्रकार और आम खाने के फायदे

 आम ,आम के प्रकार और आम  खाने के फायदे,kacche aam ke fayde,mango benefits in hindi,aam ke patte ke fayde,paka aam ke fayde in hindi, आप को कौन नहीं जानता अर्थात  हमसे सभी लोग परिचित होंगे |फलों का राजा कहे जाने वाला आम अपने मीठे फल और औषधि गुणों के लिए काफी प्रसिद्ध है| आम को भारत सरकार ने अपना राष्ट्रीय फल भी घोषित किया है |आम अपने भारत देश में प्रचुर मात्रा में पैदा किया जाता है | benefit or mango         आम अपने स्वाद व मीठेपन के लिए जाना जाता है |आम अधिकतर गर्मियों में पाया जाता है |आम के फलों का जूस निकाला जाता है जिसका प्रयोग गर्मियों में शीतल पेय के रूप में किया जाता है |आम पाचन शक्ति को भी दुरुस्त रखता है |जिससे भूख ना लगने की समस्या भी दूर होती है| कच्चे आम जिसका अचार बनाया जाता है उसके स्वाद के तो लोग दीवाने होते हैं |वैसे देखा जाए तो पूरा का पूरा आम अपनी फलों के साथ-साथ पत्तियों लकड़ियों और छालों अर्थात देखा जाए तो आम हर एक प्रकार से हमारे लिए उपयोगी और लाभदायक है |आम के पत्तों और सूखी लकड़ियों का प्रयोग हवन या यज्ञ मे किया जाता है|         आम के छालों का प्रयोग घा

अनचाही प्रेगनेंसी रोकने के सबसे बेजोड़ और रामबाण घरेलू नुस्खे,anchahi pregnancy rokne ke upay hindi mein

आयुर्वेदिक गर्भनिरोधक उपाय, garbh nirodhak upay ,anchahi pregnancy rokne ke upay hindi mein,haldi se pregnancy rokne ke upay, इस जमाने में दो या तीन बच्चे ही काफी है ताकि उनकी सेहत, पढ़ाई- लिखाई ,पालन-पोषण अच्छी तरह से हो सके  ।‌‌‌‌बर्थ कंट्रोल या गर्भनिरोधक के बारे में कुछ बातें जान लेना बहुत जरूरी  होता है  ।        ayurvedic garbh nirodhak upay                        आयुर्वेदिक गर्भनिरोधक उपाय       प्राकृतिक रूप से गर्भनिरोधक अपनाने का सबसे महत्वपूर्ण फायदा यह है कि इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं ।और यह अनचाहे गर्भ से छुटकारा दिलाने में भी भरपूर सहायता करता है ।क्योंकि इसका प्रयोग भी बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसका  सही समय पर उपयोग करना बहुत ही जरूरी होता है ,नहीं तो गर्भनिरोधक के रूप में कारगर साबित नहीं होगा , क्योंकि सेक्स के 72 घंटे के अंदर आपको इसका प्रयोग कर लेना चाहिए। 72 घंटे के बाद इसका प्रयोग करने से कोई फायदा नहीं नहीं होता है। वहीं अगर आप गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक से अधिक सेवन करती हैं तो यह आपके अंदर बाझपन की समस्या पैदा कर सकती हैं ।इसलिए  प्राकृत

8+anar khane ke fayde अनार खाने के 8 महत्वपूर्ण फायदे

अनार के 8 महत्वपूर्ण फायदे व नुकसान,अनार के औषधीय गुण benefit of anar,anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar ke fayde,khali pet anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar khane ke fayde for skin in hindi,anar ke fayde batao,benefit of anar,anar khane ke fayde ,अनार के सेवन से फायदे anar ke fayde       वैसे देखा जाए तो फलों में अनार  काफी महत्वपूर्ण फल है  |अनार मैं विटामिन ए ,सी और K तथा फाइबर पाया जाता है|.अनार फल  स्वास्थ्य दृष्टि से काफी लाभदायक है |अनार एक रसदार फल है, जिसमें छोटे-छोटे दानों में रस भरा होता है जिससे अनार का जूस निकाला जाता है| अनार का जूस हमारे सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है|अनार के जूस का नियमित रूप से प्रयोग किया जाए ,तो हमारे स्वास्थ्य संबंधित अनेक समस्याओं का निदान हो सकता है| khali pet anar khane ke fayde anar ke fayda       ऐसा फल है जिसके  बीज और छिलकों में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं ,जिनके सेवन या प्रयोग से हम अपनी स्वास्थ संबंधी अनेक समस्याओं का निदान या उपचार  कर  सकते हैं |अनार का सेवन करने से खून की

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग       वैसे देखा जाए तो आंवला आकार में  अन्य फलों से से काफी छोटा होता है  और स्वाद में भी काफी खट्टा होता है लेकिन यह अपने और सभी गुणों के कारण काफी उपयोगी और लाभदायक होता है आंवले का प्रयोग अन्य घरेलू नुस्खों के रूप में किया जाता है|      आंवला मैं विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसके अलावा विटामिन A ,B कांप्लेक्स ,पोटेशियम ,कैल्शियम, मैग्नीशियम ,आयरन ,कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर और डाई यूरिक एसिड पाए जाते हैं और आंवले में पाए जाने वाला विटामिन सी स्कर्वी रोग के रोकथाम में सहायता प्रदान करता है, क्योंकि विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग हो जाता है| जिसके आंवले के गुण कारण व्यक्ति के मसूड़ों से खून आने लगते हैं| अतः इस रोग से बचने के लिए मनुष्य को आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए | आंवले में औषधि  गुण होने के कारण इसे 100 रोगों की दवा भी कहा जाता है |आंवले का  प्रयोग अनेक रोगों जैसे कब  बनना, भूख न लगना ,योनि शक्ति के लिए ,पेट और आंतों में छाले होना, बलगम बन रहा हो, सिर चकराना ऐसे ही अनेक प्रकार के रोगो में आंवले का प्रयोग किया जा सकता है

स्वप्नदोष से परेशान हैं तो इन उपायों को अपनाए

स्वप्नदोष से परेशान हैं तो इन उपायों को अपनाए,health tips, gharelu ayurvedic nushkhe, सोते समय बीर्य के निकल जाने को स्वप्नदोष कहते हैं |वैसे तो यह शिकायत हर नौजवान को हो जाया करती है | मगर महीने में एक या दो बार हो जाए तो घबराना नहीं चाहिए ,बल्कि गर्म वस्तु तेल मसाले अंडे आदि खाने बंद कर दें, तो शिकायत अपने आप दूर हो जाती है |         स्वप्नदोष किशोरावस्था तथा वयस्क उम्र में होने  होने वाली एक सामान्य घटना है| वैसे तो स्वप्नदोष पुरुष और स्त्री दोनों में हो सकता है | रात में सोते समय व्यक्ति को कामोद्दीपक स्वप्न दिखाई देते हैं ,जिसमें वह अपने आप को रियल परिस्थितियों मे रख कर देखते हैं जबकि वास्तविक रूप में ऐसा नहीं होता है | स्वप्नदोष कुछ परिस्थितियों में अच्छा भी होता है और कुछ परिस्थितियों में बुरा भी होता है | कभी-कभी मानसिक तनाव दूर करने में स्वपनदोष काफी लाभकारी सिद्ध होता है | लेकिन जब स्वप्नदोष की अधिकता होने लगती है  और व्यक्ति बार-बार स्वप्न दोष से ग्रसित हो जाता है, तो उसके अंदर शारीरिक दुर्बलता आने लगती है ,क्योंकि बार-बार स्वप्नदोष के कारण पुरुष में वीर्य  या शुक्राणुओ

सेब खाने के फायदे

 सेव खाने के फायदे रोगी हो या स्वस्थ व्यक्ति सेव खाना सभी को पसंद होता है सेव हर मौसम में खाए जाने वाला फल है चाहे गर्मी हो या सर्दी और सभी मौसम में आप खा सकते हैं अधिकांश डॉक्टर रोगियों को सेव खाने की सलाह देते हैं   | क्योंकि सेव में मौजूद पोषक तत्व हमारे शरीर को पोषण प्रदान करते हैं  सेव में उपस्थित विटामिंस और मिनरल्स हमारे शरीर को मजबूती प्रदान करते है| सभी लोगों को कम से कम एक सेव प्रतिदिन जरूर खाना चाहिए |  सेब खाने के फायदे सेब दुनियाभर में सबसे अधिक खाया जाने वाला फल है. अपने बेहतरीन गुणों के कारण इसे जादुई फल भी कहा जाता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट और बीमारियों से लड़ने वाले तत्व पाए जाते हैं. सेब में कुछ ऐसे भी तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण को प्रोत्साहित करते हैं| सेब ( apple  tree) में एंटी-ऑक्सीडेंट, फाइबर, विटामिन-सी और विटामिन-बी पाया जाता है। इसके नियमित उपयोग से रात को कम दिखाई देने की परेशानी में लाभ होता है।          यही नहीं, सेब आंखों की अन्य परेशानियां, जैसे— मोतियाबिंद, ग्लूकोमा आदि से भी बचाव करता है। सेब को पी

कब्ज व गैस दूर करने के आसान घरेलू उपाय

वर्तमान युग कब्ज ल गैस की शिकायत से अधिकांश लोग परेशान है|यह पेट से सम्बन्धित ऐसी बीमारी है जो अनेक प्रकार के रोगो को जन्म देती है|अगर किसी व्यक्ति को कब्ज हो जाती है ,तो पेट मे गैस बनना,पेट में दर्द होना, छाती मे जलन होना, अपचन ,सिर में दर्द,थायराइड की समस्या, दाग दब्बे , दस्त, आंतो में सूजन और सड़न, पाइल्स की समस्या, हड्डियों मे दर्द,तनाव, रात मे नींद न आना,और घबराहट जैसी अनेक बिमारिया हो जाती हैं|कब्ज बनने पर हम जो कुछ भी खाते पीते है उसका पाचन सही से नही हो पाता है| पेट फूला - फूला सा रहता है,पेट मे दर्द भी होने लगता हैं|आज हम कब्ज को दूर करने के कुछ घरेलू उपायो पर चर्चा करेंगे-  कब्ज दूर करने के घरेलू उपाय- रोल दो चम्मच आधा का ताजा पानी में मिलाकर तीन से चार दिन  पिए पुरानी कब्ज ठीक होगी एगरोल केमिस्ट की दुकान से ले  कब्ज की अधिकता के कारण यदि बुखार में दस्त कराना हो ,तो 10 ग्राम अरंडी के तेल को 250 ग्राम गर्म दूध में मिलाकर दें| गुठली निकाली हुई बड़ी हरड़ का मुरब्बा एक या दो नग खिला कर ऊपर से 250 ग्राम दूध पिला देने से ही तीन-चार दस्त हो जाते हैं , नाजुक मिजाज रोगी को एक

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

नागदोन कई रोगों का है अचूक इलाज nagdon ke patte ke fayde

 नागदोन कई रोगों का है अचूक इलाज nagdon ke patte ke fayde  नागदोन पौधे का परिचय - नागदोन के फायदे ( nagdon ke fayde )बताने से पहले हम नागदोन के  बारे में जान लेते है | वैसे देखा जाए तो नागदोन पौधे का वर्णन बहुत कम ही देखने को मिलता है ,लेकिन नागदोन का पौधा औषधि गुणों से भरा पड़ा होता है| इन्हीं औषधि गुणों के कारण नागदोन के पौधे का प्रयोग अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है | जैसे - खूनी या बादी बवासीर, हिसाब से संबंधित समस्याओं को दूर करने मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव  में, सूजन हो या फोड़े फुंसियां हो उनको भी ठीक करने में किया जाता है | नागदोन के पौधे को नागदमनी  के नाम से भी जाना जाता है | nagdon ke fayde नागदोन का पौधा ( nagdon plant ke fayde )आपको सर्वत्र देखने को मिल जाएगा |यह पौधा खेतों में, खलियानों में, बगीचों में और  लानों में देखने को मिल जाता है|इस पौधे को आप अपने घर में भी लगा सकते हैं | इसे आप आसानी से किसी गमले में लगा सकते है | तो आइए जान लेते हैं इस चमत्कारिक फायदे के कुछ लाभों के बारे में  नागदोन के फायदे(nagdon ke fayde in hindi) पेशाब की समस्या को दूर

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे,arandi leaves benefits,arandi ke patte ke fayde piliya me,arandi ke patte ke fayde in hindi,arandi ke patte ke fayde bataye अरंडी का पौधा  कूड़ा करकट  या गोबर युक्त स्थानों पर  अधिक पाया जाता है । यह गांव- घर के आस-पास ,नदी- नालों के पास, छोटे पोखर के पास अधिकांशत देखने को मिल जाता है। अरंड का पौधा देखने में तो झाड़ियों के समान लगता है ,पर यह अपने औषधि गुणों के कारण अनेक रोगों के उपचार में काफी उपयोगी और लाभदायक होता है।      5 चौड़ी पंख वाले इसके पत्ते लाल व हरे रंग के होते हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह अरंडी हमारे शरीर के लिए आंतरिक या बाह्य दोनों रूप से उपयोगी और लाभकारी होती है ।अरंडी के बीज हो ,चाहे  पत्ते हो या अरंडी के तेल हो यह सभी किसी न किसी रोग के उपचार में प्रयोग किए जाते हैं। अरंडी में एंटीइन्फ्लेमेटरी ,एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल,और एंटी फंगल तत्व पाए जाते हैं, जिसके कारण स्किन व बालों को स्वस्थ रखने में भी काफी लाभदायक होते हैं । अरंडी के पत्ते के फायदे     अरंडी के पत्तों का प्रयोग अनेक रोगों के उपचार में क

बवासीर ठीक करे चुटकियो में! bawasir ke gharelu upay,khoni bawasir,badi bawasir

 बवासीर- bawasir ke gharelu upay, bawasir ke masse ka desi ilaj, आज के जमाने में बवासीर एक आम बात है हर कोई व्यक्ति  इससे कभी ना कभी पीड़ित होता है |बवासीर होने पर व्यक्ति को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है | बवासीर होने पर व्यक्ति का मल कड़ा हो जाता है जिससे मल त्यागने में व्यक्ति को काफी जोर लगाना पड़ता है | जिससे  मस्से छिल जाते हैं और व्यक्ति दर्द से कराहने लगता है |  बवासीर के प्रकार बवासीर दो प्रकार की होती हैं-अंदर और बाहर की|अंदर की बवासीर मे मस्से अंदर को होते हैं|गोल-चपटे उभरे हुए मस्से  चने-मसूर के दाने के बराबर भी होते हैं|कब्ज की वजह से जब अंदर का मस्सा शौच करते समय जोर लगाने पर बाहर आ जाता हैं,तो मरीज दर्द से तड़प उठता है और मस्से( masse wali bawaseer ka ilaj in hindi ) छिल जाए तो जख्म हो जाता है| इसे हम बादी बवासीर भी  कहते  हैं bawasir ke gharelu upay hindi tips बाहर की बवासीर मे- मस्सा गुदा वाली जगह पर होता है इसमें इतना दर्द नहीं होता हैं|कभी- कभी मीठी खारिश या खुजली होती है|कब्ज होने पर इससे इतना खून आने लगता हैं कि मरीज खून देखकर घबरा जाता है और चेहरा

दाद खाज खुजली कैसा भी हो ठीक करें चुटकी में dad ka ilaj

दाद -खाज -खुजली क्या है?daad khaj khujli ka pakka ilaj दाद एक प्रकार का चर्म रोग है |जो संक्रमण के कारण फैलता है| यह संक्रमित व्यक्ति के कपड़े छूने पहनने से हो सकता हैं |शुरुआत में यह धीरे धीरे फैलता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, यह बहुत ही तेज गति से  फैलता है |  यह फफूंदी से होने वाला रोग है| दाद होने पर यह जल्दी ठीक नहीं होता है और हमें काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है | dad khaj khujali ka ilaj in hindi दाद खाज होने के कारण dad khaj hone ke karan दाद की उत्पत्ति फफूंदी के कारण मानी जाती है | इस रोग में रोगाणु त्वचा की बाल की जड़ से त्वचा में प्रवेश करते हैं और हमारी त्वचा को प्रभावित कर देते हैं| यह पैरों और हाथों में दाढ़ी में या जांघों के बीच में बहुत ही  शीघ्रता से फैलता है | दाद नमी वाले स्थानों पर बहुत ही शीघ्र गति से फैलता है  जैसे- जांघों में या जहां पर अधिक पसीना आता हो | लक्षण- dad khaj hone ke lakshan  शुरू में यह लाल रंग के छोटे से  चकते के रूप में दिखाई देता है| और धीरे-धीरे या मटमैला  रंग का हो जाता है |दाद होने पर खुजली और जलन भी होती हैं |और जब अधिक मात्रा

घेंघा रोग(goiter) ,कारण, लक्षण और अचूक रामबाण घरेलू उपाय,thyroid ka ilaj

 गलगंड/घेंघा(goiter) क्या है ?ghengha rog kya hota hai? कंठमाला को घेघा रोग(goitre )के नाम से भी जाना जाता है। यह रोग आयोडीन की कमी से होता है। इस रोग में गर्दन या गले में थोड़ी सूजन हो जाती है, जिसके कारण गले का कुछ हिस्सा फूला हुआ नजर आता है ।अगर इसका इलाज सही समय पर न किया जाए ,तो यह कैंसर का रूप धारण कर लेता है।अतः घेंंघा का इलाज सही समय पर कराना नितांत आवश्यक होता है। घेंघा रोग थायराइड ग्रंथि( thyroid ke gharelu upay) में होने  वाला रोग है । घेंघा रोग/ गलगंड  घेंघा रोग होने के कारण -ghengha rog ke karan आमतौर पर अगर देखा जाए तो घेंघा रोग होने का मुख्य कारण जो होता है ,वह आयोडीन की कमी होती है अर्थात जिन व्यक्तियों में आयोडीन की कमी होती है वह घेंघा रोग से ग्रसित हो जाते हैं ।अत: व्यक्ति को आयोडीन युक्त नमक का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए। गलगंड/  थायराइड (goiter)/thyroid  के लक्षण( galgand ke lakshan) तीव्र सिरदर्द गर्दन में जकड़न नींद के झोंके मुर्छा आना अत्यधिक वमन अत्यधिक तापमान पेट दर्द अंडकोषों में सूजन घेंघा रोग में क्या नहीं खाना चाहिए ?ghengha rog me kya na khaye ?

मर्दाना कमजोरी को चुटकियों में दूर करने के अचूक घरेलू उपाय,Mardana Kamzori

  मर्दाना कमजोरी से तात्पर्य पुरुष की प्रजनन क्षमता में कमी का होना है  ऐसी स्थिति में पुरुष का प्रजनन अंग कमजोर हो जाता है| परिणाम स्वरूप पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं की कमी हो जाती है  इसके अलावा कई लोगों में शुक्राणुओं का अभाव भी हो जाता है| मर्दाना कमजोरी( mardana kamzori ki dawa) की समस्या से ग्रसित व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सहवास करते समय उसे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाता है इस वजह से वह मानसिक परेशानी का भी सामना करता है| mardana kamzori ka gharelu ilaj in hindi जाने अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते है जिसकी वजह से हमें मर्दाना कमजोरी (mardana kamzori ka ilaj in hindi )की समस्या का सामना करना पड़ता है अक्सर देखा गया है कि लोग अपनी कामुकता की भावना को शांत करने के लिए हस्तमैथुन करते है |इस क्रिया के निरंतरता के फल स्वरुप हम अपनी मर्दाना ताकत( mardana taqat ki dawa in hindi ) को खो देते हैं |इसके अतिरिक्त अन्य ऐसे कारण भी है जिनकी वजह से हम अपना वीर्य (मर्दाना ताकत) काफी मात्रा में पतला कर देते हैं और हम मर्दाना कमजोरी की समस्या से ग्रसित हो जाते है|  अक्सर देखा गया ह

किसी भी प्रकार की पेचिश को दूर करें, इन आसान घरेलू उपायो से,khooni,safed pechis ki dawa

  पेचिश क्या है?pechis kya hai, pechis ke gharelu upay पेचिश पेट से संबंधित एक  ऐसा रोग है, जिसमें दस्त होने के साथ-साथ रक्त भी निकलता है। इस बीमारी को आंव भी कहते हैं। इस बीमारी के अन्य नाम आंवतिसार ,रक्ततिसार और आमातिसार  भी है | यह आंतों में होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है। इसमें पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है। पेचिश की बीमारी होने पर इसका तुरंत इलाज करवा लेना चाहिए, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। pechis ke gharelu upay पेचिश होने के कारण pechis hone ke karan  इस संक्रमण से फैलने वाली बीमारी है इसके साथ-साथ बासी  खाना खाने, तली -भुनी चीजों का अधिक सेवन करना और अधिक मसालेदार वस्तुओं के सेवन से  पेचिश हो सकता है|  इसके अतिरिक्त यह रोग मक्खियों से फैलता है| पेचिश रोग के जीवाणु रोगी के मल में मौजूद रहते हैं| जब कभी पेचिश का रोगी खुले में मल त्याग करता है ,तो उस पर मक्खियां आकर बैठ जाती हैं और वे उन जीवाणुओं को अपने साथ ले जाती हैं तथा खुली हुई खाने-पीने की चीजों पर छोड़ देती हैं| फिर जो व्यक्ति उन वस्तुओं को खाता है, उनके साथ वे जीवाणु उसके पेट में चले जाते हैं| इस त

क्या आप भी है खुजली से परेशान तो, अपनाएं इन 24 अचूक घरेलू उपायों को

 क्या आप भी है खुजली से परेशान तो, अपनाएं इन 24 अचूक घरेलू उपायों को बदलते मौसम के अनुसार स्कीम से संबंधित अनेक समस्याएं हमारे सामने आकर खड़ी हो जाती है ।अगर इन समस्याओं का समय पर इलाज नहीं किया जाए ,तो काफी कष्टदायक हो सकती हैं ।गर्मियों के मौसम में तो यह समस्या और भी विकराल रूप ले लेती है ।इन्हीं समस्याओं में दाद ,खाज और खुजली जैसी समस्याएं हमारे सामने देखने को मिलती है। यह समस्या हमारे सामने उचित देखभाल  और साफ-सफाई नहीं कर पाने के कारण पैदा होती है ।तो आज हम खुजली  से संबंधित 24 ऐसी प्रभावकारी घरेलू नुस्खे के बारे में बात करेंगे ,जिससे आप अपने खुजली का उपचार बहुत ही आसानी से कर सकते हैं-   खुजली के घरेलू उपाय दूधी का रस लगाने से खुजली मिट जाती है।  पीपल के वृक्ष की छाल का क्वाथ बनाकर पीने से खुजली मिट जाती है। नागदोन और शक्कर मिलाकर खाने से खुजली मिट जाती है।  पारस पीपल के फल फूल या छाल को गर्म करके स्नान करने से खुजली मिट जाती है।  मीठे नीम की छाल को पीसकर लगाने से फफोले व खुजली मिट जाती है  पित्तपापड़े का अर्क या अवलेह बनाकर खाने से खुजली तथा अन्य चर्म रोग मिट ज

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग       वैसे देखा जाए तो आंवला आकार में  अन्य फलों से से काफी छोटा होता है  और स्वाद में भी काफी खट्टा होता है लेकिन यह अपने और सभी गुणों के कारण काफी उपयोगी और लाभदायक होता है आंवले का प्रयोग अन्य घरेलू नुस्खों के रूप में किया जाता है|      आंवला मैं विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसके अलावा विटामिन A ,B कांप्लेक्स ,पोटेशियम ,कैल्शियम, मैग्नीशियम ,आयरन ,कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर और डाई यूरिक एसिड पाए जाते हैं और आंवले में पाए जाने वाला विटामिन सी स्कर्वी रोग के रोकथाम में सहायता प्रदान करता है, क्योंकि विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग हो जाता है| जिसके आंवले के गुण कारण व्यक्ति के मसूड़ों से खून आने लगते हैं| अतः इस रोग से बचने के लिए मनुष्य को आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए | आंवले में औषधि  गुण होने के कारण इसे 100 रोगों की दवा भी कहा जाता है |आंवले का  प्रयोग अनेक रोगों जैसे कब  बनना, भूख न लगना ,योनि शक्ति के लिए ,पेट और आंतों में छाले होना, बलगम बन रहा हो, सिर चकराना ऐसे ही अनेक प्रकार के रोगो में आंवले का प्रयोग किया जा सकता है

8+anar khane ke fayde अनार खाने के 8 महत्वपूर्ण फायदे

अनार के 8 महत्वपूर्ण फायदे व नुकसान,अनार के औषधीय गुण benefit of anar,anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar ke fayde,khali pet anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar khane ke fayde for skin in hindi,anar ke fayde batao,benefit of anar,anar khane ke fayde ,अनार के सेवन से फायदे anar ke fayde       वैसे देखा जाए तो फलों में अनार  काफी महत्वपूर्ण फल है  |अनार मैं विटामिन ए ,सी और K तथा फाइबर पाया जाता है|.अनार फल  स्वास्थ्य दृष्टि से काफी लाभदायक है |अनार एक रसदार फल है, जिसमें छोटे-छोटे दानों में रस भरा होता है जिससे अनार का जूस निकाला जाता है| अनार का जूस हमारे सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है|अनार के जूस का नियमित रूप से प्रयोग किया जाए ,तो हमारे स्वास्थ्य संबंधित अनेक समस्याओं का निदान हो सकता है| khali pet anar khane ke fayde anar ke fayda       ऐसा फल है जिसके  बीज और छिलकों में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं ,जिनके सेवन या प्रयोग से हम अपनी स्वास्थ संबंधी अनेक समस्याओं का निदान या उपचार  कर  सकते हैं |अनार का सेवन करने से खून की