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अगस्त, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अफारा, पेट फूलना और पेट में गैस बनने के रामबाण घरेलू उपाय,afare ka gharelu ilaj

  अफारा/पेट का फूलना (FLATULENCE/TYMPANITIS) अजीर्ण, मन्दाग्नि और अतिसार के कारण पेट में वायु भरकर पेट फूल जाता है,इसी को "अफरा या अफारा" कहा जाता है। इसमें पेट के भीतर वायु बनने के/भरने के बाद रुक जाती है।  अफारा/पेट का फूलने के मुख्य कारण नीचे लिखे हैं afara ke karan/pet fulane ke karan अनुचित आहार-विहार, बार-बार अनावश्यक रूप से भूख से ज्यादा खाने से,आमाश्य में सूजन (शोथ) के कारण, पित्त के कारण, अजीर्ण होने से, आमाशय की दीवार की कमजोरी, मानसिक अशान्ति, आमाशय का फैलना, हाजमा ठीक न होना, तले-भुने, मिर्च-मसाले युक्त एवं खटे-मीठे, चटपटे पदार्थों का अधिकता से सेवन, गरिष्ठ खाद्यों का सेवन, आमाशय व आंतों की कार्य प्रणाली का दोषपूर्ण होना, चाय-कॉफी आदि का अधिकता से सेवन, यकृत सम्बन्धी रोग और विकार, मलावरोध, पेचिश के कष्ट से, भोजन पर भोजन, यानी एक बार खाना खाने के तुरन्त बाद दोबारा खाना, खाना, गठिया रोग और उससे उत्पन्न विकार एवं छोटे जोड़ के रोग इत्यादि।           afare ka ayurvedic ilaj मलाशय में स्थित मल नियमित समय पर बाहर न निकलने के कारण वह सड़ने लग जाता है, जिसके दुष्परिणामस्वर

पेट के कीड़ों को यह घरेलू उपाय जड़ से खत्म कर देगा pet ke kide marne ke gharelu upay

 ज्यादातर छोटे बच्चों के पेट में कीड़े( pet ke kide marne ke gharelu nuskhe)होने की शिकायत पाई जाती है | तथा कभी-कभी बड़े लोग भी इस समस्या से ग्रसित हो जाते हैं |पेट में कीड़े होने के कारण जो भी भोजन करते हैं उससे प्राप्त होने वाले पोषण को ये कीड़े खा जाते है| ये कीड़े हमारे आंतों की अंदरूनी परत को नुकसान भी पहुंचाते हैं तथा हमारे शरीर में तरह-तरह की बीमारियों को भी पैदा करते हैं तथा उनके लक्षण को प्रकट करते हैं | कीड़े सामान्यतः चार प्रकार के होते हैं | pet ke kide marne ke gharelu nuskhe  (1) Tep Worm(फीताकृमि)- हमारे आंतों में पाए जाने वाला Tep Worm लगभग 20 से 25 फीट लंबा होता है  यह हमारे शरीर को मिलने वाले सभी पोषक तत्वों को खा जाता है|  (2) Round Worm-  राउंडवर्म को सामान्य भाषा में केचुआ भी कहा जाता है  |यह लगभग 30 से 32 सेंटीमीटर तक हो सकते हैं | यह रक्त के माध्यम से फेफड़ों में जा सकते है और बच्चों ने खांसी पैदा कर सकते हैं | (3)  Pin Worm -यह पतले धागे जैसे होते हैं | यह मलाशय में पाए जाते हैं और मलद्वार( mal me kide aana) द्वारा बाहर आते हैं | ये  बच्चों में खुजली पैदा कर स

चेहरे को गोरा सुंदर और चमकदार बनाए इन आसान घरेलू उपायो से ,tips for glowing skin hindi,

 सुंदर और चमकती त्वचा किसे पसंद नहीं है | लोग अपने चेहरे को सुंदर बनाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते शरीर के किसी अंग की सबसे ज्यादा  देखभाल की जाती है  वह है चेहरा । लेकिन आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी  ने लोगों के चेहरे की चमक छीन ली है | बढ़ते हुए प्रदूषण और सूर्य से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें हमारी त्वचा को काफी नुकसान पहुंचा रही है, जिससे हमारी त्वचा काफी रूखी, शुष्क और चमकहीन हो जाती है | हम अपने चेहरे पर चमक लाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं | ब्यूटी पार्लर में जाकर फेशियल ,मसाज तथा अनेक प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करते है, जो काफी महंगा पड़ता है |  chehre ko gora banane ke gharelu upay  कभी-कभी ऐसा होता है कि समय के अभाव में हम ब्यूटी पार्लर नहीं जा पाते हैं | ऐसी परिस्थिति हम अपने चेहरे का फेशियल नहीं करा पाते है, तो आज हम आपको कुछ ऐसे ही घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जिनका प्रयोग करके आप घर पर ही अपने चेहरे पर ग्लो ला सकते है | यह उपाय आपको स्पष्ट, चिकनी और स्वस्थ त्वचा प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं |इसके अतिरिक्त कुछ शानदार ब्यूटी टिप्स को अपनाकर आप अपने चेहरे 

मर्दाना कमजोरी को चुटकियों में दूर करने के अचूक घरेलू उपाय,Mardana Kamzori

  मर्दाना कमजोरी से तात्पर्य पुरुष की प्रजनन क्षमता में कमी का होना है  ऐसी स्थिति में पुरुष का प्रजनन अंग कमजोर हो जाता है| परिणाम स्वरूप पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं की कमी हो जाती है  इसके अलावा कई लोगों में शुक्राणुओं का अभाव भी हो जाता है| मर्दाना कमजोरी( mardana kamzori ki dawa) की समस्या से ग्रसित व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सहवास करते समय उसे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाता है इस वजह से वह मानसिक परेशानी का भी सामना करता है| mardana kamzori ka gharelu ilaj in hindi जाने अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते है जिसकी वजह से हमें मर्दाना कमजोरी (mardana kamzori ka ilaj in hindi )की समस्या का सामना करना पड़ता है अक्सर देखा गया है कि लोग अपनी कामुकता की भावना को शांत करने के लिए हस्तमैथुन करते है |इस क्रिया के निरंतरता के फल स्वरुप हम अपनी मर्दाना ताकत( mardana taqat ki dawa in hindi ) को खो देते हैं |इसके अतिरिक्त अन्य ऐसे कारण भी है जिनकी वजह से हम अपना वीर्य (मर्दाना ताकत) काफी मात्रा में पतला कर देते हैं और हम मर्दाना कमजोरी की समस्या से ग्रसित हो जाते है|  अक्सर देखा गया ह

अनचाहे बाल हटाने के बेजोड़ घरेलू उपाय,anchahe baal hatane ke upay

body hair remove tips in hindi अगर आप भी अनचाहे बालों से परेशान हैं और इसे हटाना चाहते हैं इसके लिए अब पैसे भी खर्च नहीं करना चाहते हैं तो इसका सबसे आसान तरीका आयुर्वेद में छिपा है प्रायः लोग अनचाहे बालों को हटाने के लिए वैक्सिंग या ट्रीमिंग कराते हैं जो काफी महंगा होता है |बाजार में अनेक प्रकार की साबुन और क्रीम जैसे उत्पाद उपलब्ध है, जिनका प्रयोग अनचाहे बालों को हटाने के लिए लोग करते हैं |यह उत्पाद हमारी त्वचा को भी नुकसान  पहुंचातेे है| anchahe baalo ko hatane ke gharelu upay in hindi इसलिए आज हम आपको अनचाहे बालों को हटाने के कुछ घरेलू उपायों को शेयर करने जा रहे हैं, जिनका प्रयोग करके आप अनचाहे बालों से छुटकारा पा सकते हैं | इन उपायों को अपनाकर आप शरीर के किसी भी जगह के अनचाहे बालों को आसानी से हटा सकते हैं|  घरेलू उपायों का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है तथा यह बाजार में उपलब्ध उत्पादों से सस्ते भी होते हैं| इन उपायों से आप अपने बालों ( hamesha ke liye baal hataye cream ) को हमेशा हमेशा के लिए हटा सकते हैं |यह दोबारा नहीं उगेंगे | यह उपाय महिलाओं के लिए तो और भी उपयोगी और लाभदायक है

घेंघा रोग(goiter) ,कारण, लक्षण और अचूक रामबाण घरेलू उपाय,thyroid ka ilaj

 गलगंड/घेंघा(goiter) क्या है ?ghengha rog kya hota hai? कंठमाला को घेघा रोग(goitre )के नाम से भी जाना जाता है। यह रोग आयोडीन की कमी से होता है। इस रोग में गर्दन या गले में थोड़ी सूजन हो जाती है, जिसके कारण गले का कुछ हिस्सा फूला हुआ नजर आता है ।अगर इसका इलाज सही समय पर न किया जाए ,तो यह कैंसर का रूप धारण कर लेता है।अतः घेंंघा का इलाज सही समय पर कराना नितांत आवश्यक होता है। घेंघा रोग थायराइड ग्रंथि( thyroid ke gharelu upay) में होने  वाला रोग है । घेंघा रोग/ गलगंड  घेंघा रोग होने के कारण -ghengha rog ke karan आमतौर पर अगर देखा जाए तो घेंघा रोग होने का मुख्य कारण जो होता है ,वह आयोडीन की कमी होती है अर्थात जिन व्यक्तियों में आयोडीन की कमी होती है वह घेंघा रोग से ग्रसित हो जाते हैं ।अत: व्यक्ति को आयोडीन युक्त नमक का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए। गलगंड/  थायराइड (goiter)/thyroid  के लक्षण( galgand ke lakshan) तीव्र सिरदर्द गर्दन में जकड़न नींद के झोंके मुर्छा आना अत्यधिक वमन अत्यधिक तापमान पेट दर्द अंडकोषों में सूजन घेंघा रोग में क्या नहीं खाना चाहिए ?ghengha rog me kya na khaye ?

दाद खाज खुजली कैसा भी हो ठीक करें चुटकी में dad ka ilaj

दाद -खाज -खुजली क्या है?daad khaj khujli ka pakka ilaj दाद एक प्रकार का चर्म रोग है |जो संक्रमण के कारण फैलता है| यह संक्रमित व्यक्ति के कपड़े छूने पहनने से हो सकता हैं |शुरुआत में यह धीरे धीरे फैलता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, यह बहुत ही तेज गति से  फैलता है |  यह फफूंदी से होने वाला रोग है| दाद होने पर यह जल्दी ठीक नहीं होता है और हमें काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है | dad khaj khujali ka ilaj in hindi दाद खाज होने के कारण dad khaj hone ke karan दाद की उत्पत्ति फफूंदी के कारण मानी जाती है | इस रोग में रोगाणु त्वचा की बाल की जड़ से त्वचा में प्रवेश करते हैं और हमारी त्वचा को प्रभावित कर देते हैं| यह पैरों और हाथों में दाढ़ी में या जांघों के बीच में बहुत ही  शीघ्रता से फैलता है | दाद नमी वाले स्थानों पर बहुत ही शीघ्र गति से फैलता है  जैसे- जांघों में या जहां पर अधिक पसीना आता हो | लक्षण- dad khaj hone ke lakshan  शुरू में यह लाल रंग के छोटे से  चकते के रूप में दिखाई देता है| और धीरे-धीरे या मटमैला  रंग का हो जाता है |दाद होने पर खुजली और जलन भी होती हैं |और जब अधिक मात्रा

क्या आप भी भीगे हुए चने खाते हैं ?तो इसके फायदे जान लीजिएchane ke fayde

भीगे चने खाने के फायदे bheege hue chane khane ke fayde चना खाना हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी लाभदायक होते हैं | चने में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य संबंधित अनेक बीमारियों को दूर करने में बहुत ही उपयोगी साबित होते हैं | चने में कैलोरी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है ,जो हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है ,जिससे हम किसी कार्य को करने में काफी सहज महसूस करते हैं | चने में प्रोटीन भी पाया जाता है ,जो हमारे मसल्स को मजबूत बनाने में सहायता करता  है |चने में फाइबर पाया जाता है , जो हमारे शरीर के वजन को मेंटेन करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है | bheege hue chane khane ke fayde चने में पोटेशियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो बीपी को कंट्रोल करने में सहायक होता है | ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं | भीगे हुए चने खाने का सही समय -bheege chane khane ka sahi samay भीगे चने को सुबह उठकर खाली पेट ( khali pet chane khane ke fayde )खाएं | खाली पेट इसलिए खाना चाहिए ,क्योंकि भीगा हुआ चना गरिष्ठ प्रकृति का होता है ,और इसे पचने में समय लगता है | सुब

नागदोन कई रोगों का है अचूक इलाज nagdon ke patte ke fayde

 नागदोन कई रोगों का है अचूक इलाज nagdon ke patte ke fayde  नागदोन पौधे का परिचय - नागदोन के फायदे ( nagdon ke fayde )बताने से पहले हम नागदोन के  बारे में जान लेते है | वैसे देखा जाए तो नागदोन पौधे का वर्णन बहुत कम ही देखने को मिलता है ,लेकिन नागदोन का पौधा औषधि गुणों से भरा पड़ा होता है| इन्हीं औषधि गुणों के कारण नागदोन के पौधे का प्रयोग अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है | जैसे - खूनी या बादी बवासीर, हिसाब से संबंधित समस्याओं को दूर करने मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव  में, सूजन हो या फोड़े फुंसियां हो उनको भी ठीक करने में किया जाता है | नागदोन के पौधे को नागदमनी  के नाम से भी जाना जाता है | nagdon ke fayde नागदोन का पौधा ( nagdon plant ke fayde )आपको सर्वत्र देखने को मिल जाएगा |यह पौधा खेतों में, खलियानों में, बगीचों में और  लानों में देखने को मिल जाता है|इस पौधे को आप अपने घर में भी लगा सकते हैं | इसे आप आसानी से किसी गमले में लगा सकते है | तो आइए जान लेते हैं इस चमत्कारिक फायदे के कुछ लाभों के बारे में  नागदोन के फायदे(nagdon ke fayde in hindi) पेशाब की समस्या को दूर

किसी भी प्रकार की खांसी को ठीक करें चुटकियों में,khansi ke gharelu upay

   खांसी के घरेलू उपाय (khansi ke gharelu upay hindi me)जानने से पहले हम यह जान लेते हैं कि खासी क्या है , किन कारणों से होती है खांसी कोई बीमारी नहीं है लेकिन खांसी अन्य बीमारियों का कारण हो सकती है |कभी-कभी खांसी सामान्य इलाज द्वारा ठीक हो जाती है ,लेकिन कभी-कभी है भयंकर रूप ले लेती है और जल्दी ठीक नहीं होती है | ऐसी स्थिति में व्यक्ति को बार बार खांसी( khansi ke gharelu nuskhe)आती है, जो आगे चलकर टीबी ,दमा का या अस्थमा का का रूप ले लेती है | khansi ke gharelu upay, खांसी फेफड़ों या शोषण तंत्र के किसी दूसरी बीमारी का लक्षण है | खांसी हमें जीवाणु या कीटाणुओं से नुकसान से अवगत कराता है ,जो यह बताता है कि हमारे शरीर में कोई समस्या पैदा हो गई है | खांसी आने पर व्यक्ति के सीने में काफी दर्द महसूस होता है |  खांसी के प्रकार(khansi ke prakar)-  खांसी मुख्यतः पांच प्रकार की होती है 1- सामान्य खांसी - एक खांसी बहुत ही सामान्य होती है इस प्रकार की खांसी आती है और चली जाती है इसमें व्यक्ति को ज्यादा दर्द महसूस नहीं होता है और ना ही कोई समस्या महसूस होती है|  2- ठस्के वाली खांसी - इस प्रकार की ख

सर्दी जुकाम और बुखार कैसा भी हो ठीक करें आसानी से ,sardi jukam ke gharelu upay

 सर्दी जुकाम और बुखार कैसा भी हो ठीक करें आसानी से  sardi jukam ke gharelu upay sardi jukam ke gharelu upay सर्दी जुकाम होने के कारण- sardi jukam hone ke karan बदलते मौसम के अनुसार हमें अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ता है | उन्हीं बीमारियों में से एक है सर्दी जुखाम |सर्दी जुखाम बदलते मौसम के कारण बहुत ही तीव्र गति से होता है |बदलते मौसम से तात्पर्य है कि कभी मौसम का ठंड होना, तो कभी-कभी मौसम का अत्यधिक  गर्म होना, कभी बारिश होना तो ,कभी धूप होना | इनके कारण हमारी प्रतिरक्षा तंत्र काफी प्रभावित होती है |परिणाम स्वरूप रोगों से लड़ने की क्षमता हमारी  कम हो जाती है ,और हम सर्दी जुखाम के शिकार हो जाते हैं |इसके अतिरिक्त सर्दी जुखाम के कुछ अन्य कारण भी है जैसे-   रहन-सहन और खान-पान का सही ना होना  अत्यधिक धूल भरे स्थानों पर या गंदे स्थानों पर रहना बदलते मौसम के हिसाब से बचाव और सावधानी न बरतना ठंड और गर्म चीजों को एक साथ खा लेना  जुखाम पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आना दैनिक दिनचर्या में बार-बार परिवर्तन करना जैसे भोजन और सोना जमाना जुकाम के कारणों को जानने के बाद आइए जान लेते हैं जुकाम के

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अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे,arandi leaves benefits,arandi ke patte ke fayde piliya me,arandi ke patte ke fayde in hindi,arandi ke patte ke fayde bataye अरंडी का पौधा  कूड़ा करकट  या गोबर युक्त स्थानों पर  अधिक पाया जाता है । यह गांव- घर के आस-पास ,नदी- नालों के पास, छोटे पोखर के पास अधिकांशत देखने को मिल जाता है। अरंड का पौधा देखने में तो झाड़ियों के समान लगता है ,पर यह अपने औषधि गुणों के कारण अनेक रोगों के उपचार में काफी उपयोगी और लाभदायक होता है।      5 चौड़ी पंख वाले इसके पत्ते लाल व हरे रंग के होते हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह अरंडी हमारे शरीर के लिए आंतरिक या बाह्य दोनों रूप से उपयोगी और लाभकारी होती है ।अरंडी के बीज हो ,चाहे  पत्ते हो या अरंडी के तेल हो यह सभी किसी न किसी रोग के उपचार में प्रयोग किए जाते हैं। अरंडी में एंटीइन्फ्लेमेटरी ,एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल,और एंटी फंगल तत्व पाए जाते हैं, जिसके कारण स्किन व बालों को स्वस्थ रखने में भी काफी लाभदायक होते हैं । अरंडी के पत्ते के फायदे     अरंडी के पत्तों का प्रयोग अनेक रोगों के उपचार में क

बवासीर ठीक करे चुटकियो में! bawasir ke gharelu upay,khoni bawasir,badi bawasir

 बवासीर- bawasir ke gharelu upay, bawasir ke masse ka desi ilaj, आज के जमाने में बवासीर एक आम बात है हर कोई व्यक्ति  इससे कभी ना कभी पीड़ित होता है |बवासीर होने पर व्यक्ति को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है | बवासीर होने पर व्यक्ति का मल कड़ा हो जाता है जिससे मल त्यागने में व्यक्ति को काफी जोर लगाना पड़ता है | जिससे  मस्से छिल जाते हैं और व्यक्ति दर्द से कराहने लगता है |  बवासीर के प्रकार बवासीर दो प्रकार की होती हैं-अंदर और बाहर की|अंदर की बवासीर मे मस्से अंदर को होते हैं|गोल-चपटे उभरे हुए मस्से  चने-मसूर के दाने के बराबर भी होते हैं|कब्ज की वजह से जब अंदर का मस्सा शौच करते समय जोर लगाने पर बाहर आ जाता हैं,तो मरीज दर्द से तड़प उठता है और मस्से( masse wali bawaseer ka ilaj in hindi ) छिल जाए तो जख्म हो जाता है| इसे हम बादी बवासीर भी  कहते  हैं bawasir ke gharelu upay hindi tips बाहर की बवासीर मे- मस्सा गुदा वाली जगह पर होता है इसमें इतना दर्द नहीं होता हैं|कभी- कभी मीठी खारिश या खुजली होती है|कब्ज होने पर इससे इतना खून आने लगता हैं कि मरीज खून देखकर घबरा जाता है और चेहरा

दाद खाज खुजली कैसा भी हो ठीक करें चुटकी में dad ka ilaj

दाद -खाज -खुजली क्या है?daad khaj khujli ka pakka ilaj दाद एक प्रकार का चर्म रोग है |जो संक्रमण के कारण फैलता है| यह संक्रमित व्यक्ति के कपड़े छूने पहनने से हो सकता हैं |शुरुआत में यह धीरे धीरे फैलता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, यह बहुत ही तेज गति से  फैलता है |  यह फफूंदी से होने वाला रोग है| दाद होने पर यह जल्दी ठीक नहीं होता है और हमें काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है | dad khaj khujali ka ilaj in hindi दाद खाज होने के कारण dad khaj hone ke karan दाद की उत्पत्ति फफूंदी के कारण मानी जाती है | इस रोग में रोगाणु त्वचा की बाल की जड़ से त्वचा में प्रवेश करते हैं और हमारी त्वचा को प्रभावित कर देते हैं| यह पैरों और हाथों में दाढ़ी में या जांघों के बीच में बहुत ही  शीघ्रता से फैलता है | दाद नमी वाले स्थानों पर बहुत ही शीघ्र गति से फैलता है  जैसे- जांघों में या जहां पर अधिक पसीना आता हो | लक्षण- dad khaj hone ke lakshan  शुरू में यह लाल रंग के छोटे से  चकते के रूप में दिखाई देता है| और धीरे-धीरे या मटमैला  रंग का हो जाता है |दाद होने पर खुजली और जलन भी होती हैं |और जब अधिक मात्रा

घेंघा रोग(goiter) ,कारण, लक्षण और अचूक रामबाण घरेलू उपाय,thyroid ka ilaj

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मर्दाना कमजोरी को चुटकियों में दूर करने के अचूक घरेलू उपाय,Mardana Kamzori

  मर्दाना कमजोरी से तात्पर्य पुरुष की प्रजनन क्षमता में कमी का होना है  ऐसी स्थिति में पुरुष का प्रजनन अंग कमजोर हो जाता है| परिणाम स्वरूप पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं की कमी हो जाती है  इसके अलावा कई लोगों में शुक्राणुओं का अभाव भी हो जाता है| मर्दाना कमजोरी( mardana kamzori ki dawa) की समस्या से ग्रसित व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सहवास करते समय उसे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाता है इस वजह से वह मानसिक परेशानी का भी सामना करता है| mardana kamzori ka gharelu ilaj in hindi जाने अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते है जिसकी वजह से हमें मर्दाना कमजोरी (mardana kamzori ka ilaj in hindi )की समस्या का सामना करना पड़ता है अक्सर देखा गया है कि लोग अपनी कामुकता की भावना को शांत करने के लिए हस्तमैथुन करते है |इस क्रिया के निरंतरता के फल स्वरुप हम अपनी मर्दाना ताकत( mardana taqat ki dawa in hindi ) को खो देते हैं |इसके अतिरिक्त अन्य ऐसे कारण भी है जिनकी वजह से हम अपना वीर्य (मर्दाना ताकत) काफी मात्रा में पतला कर देते हैं और हम मर्दाना कमजोरी की समस्या से ग्रसित हो जाते है|  अक्सर देखा गया ह

किसी भी प्रकार की पेचिश को दूर करें, इन आसान घरेलू उपायो से,khooni,safed pechis ki dawa

  पेचिश क्या है?pechis kya hai, pechis ke gharelu upay पेचिश पेट से संबंधित एक  ऐसा रोग है, जिसमें दस्त होने के साथ-साथ रक्त भी निकलता है। इस बीमारी को आंव भी कहते हैं। इस बीमारी के अन्य नाम आंवतिसार ,रक्ततिसार और आमातिसार  भी है | यह आंतों में होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है। इसमें पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है। पेचिश की बीमारी होने पर इसका तुरंत इलाज करवा लेना चाहिए, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। pechis ke gharelu upay पेचिश होने के कारण pechis hone ke karan  इस संक्रमण से फैलने वाली बीमारी है इसके साथ-साथ बासी  खाना खाने, तली -भुनी चीजों का अधिक सेवन करना और अधिक मसालेदार वस्तुओं के सेवन से  पेचिश हो सकता है|  इसके अतिरिक्त यह रोग मक्खियों से फैलता है| पेचिश रोग के जीवाणु रोगी के मल में मौजूद रहते हैं| जब कभी पेचिश का रोगी खुले में मल त्याग करता है ,तो उस पर मक्खियां आकर बैठ जाती हैं और वे उन जीवाणुओं को अपने साथ ले जाती हैं तथा खुली हुई खाने-पीने की चीजों पर छोड़ देती हैं| फिर जो व्यक्ति उन वस्तुओं को खाता है, उनके साथ वे जीवाणु उसके पेट में चले जाते हैं| इस त

क्या आप भी है खुजली से परेशान तो, अपनाएं इन 24 अचूक घरेलू उपायों को

 क्या आप भी है खुजली से परेशान तो, अपनाएं इन 24 अचूक घरेलू उपायों को बदलते मौसम के अनुसार स्कीम से संबंधित अनेक समस्याएं हमारे सामने आकर खड़ी हो जाती है ।अगर इन समस्याओं का समय पर इलाज नहीं किया जाए ,तो काफी कष्टदायक हो सकती हैं ।गर्मियों के मौसम में तो यह समस्या और भी विकराल रूप ले लेती है ।इन्हीं समस्याओं में दाद ,खाज और खुजली जैसी समस्याएं हमारे सामने देखने को मिलती है। यह समस्या हमारे सामने उचित देखभाल  और साफ-सफाई नहीं कर पाने के कारण पैदा होती है ।तो आज हम खुजली  से संबंधित 24 ऐसी प्रभावकारी घरेलू नुस्खे के बारे में बात करेंगे ,जिससे आप अपने खुजली का उपचार बहुत ही आसानी से कर सकते हैं-   खुजली के घरेलू उपाय दूधी का रस लगाने से खुजली मिट जाती है।  पीपल के वृक्ष की छाल का क्वाथ बनाकर पीने से खुजली मिट जाती है। नागदोन और शक्कर मिलाकर खाने से खुजली मिट जाती है।  पारस पीपल के फल फूल या छाल को गर्म करके स्नान करने से खुजली मिट जाती है।  मीठे नीम की छाल को पीसकर लगाने से फफोले व खुजली मिट जाती है  पित्तपापड़े का अर्क या अवलेह बनाकर खाने से खुजली तथा अन्य चर्म रोग मिट ज

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग       वैसे देखा जाए तो आंवला आकार में  अन्य फलों से से काफी छोटा होता है  और स्वाद में भी काफी खट्टा होता है लेकिन यह अपने और सभी गुणों के कारण काफी उपयोगी और लाभदायक होता है आंवले का प्रयोग अन्य घरेलू नुस्खों के रूप में किया जाता है|      आंवला मैं विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसके अलावा विटामिन A ,B कांप्लेक्स ,पोटेशियम ,कैल्शियम, मैग्नीशियम ,आयरन ,कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर और डाई यूरिक एसिड पाए जाते हैं और आंवले में पाए जाने वाला विटामिन सी स्कर्वी रोग के रोकथाम में सहायता प्रदान करता है, क्योंकि विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग हो जाता है| जिसके आंवले के गुण कारण व्यक्ति के मसूड़ों से खून आने लगते हैं| अतः इस रोग से बचने के लिए मनुष्य को आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए | आंवले में औषधि  गुण होने के कारण इसे 100 रोगों की दवा भी कहा जाता है |आंवले का  प्रयोग अनेक रोगों जैसे कब  बनना, भूख न लगना ,योनि शक्ति के लिए ,पेट और आंतों में छाले होना, बलगम बन रहा हो, सिर चकराना ऐसे ही अनेक प्रकार के रोगो में आंवले का प्रयोग किया जा सकता है

8+anar khane ke fayde अनार खाने के 8 महत्वपूर्ण फायदे

अनार के 8 महत्वपूर्ण फायदे व नुकसान,अनार के औषधीय गुण benefit of anar,anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar ke fayde,khali pet anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar khane ke fayde for skin in hindi,anar ke fayde batao,benefit of anar,anar khane ke fayde ,अनार के सेवन से फायदे anar ke fayde       वैसे देखा जाए तो फलों में अनार  काफी महत्वपूर्ण फल है  |अनार मैं विटामिन ए ,सी और K तथा फाइबर पाया जाता है|.अनार फल  स्वास्थ्य दृष्टि से काफी लाभदायक है |अनार एक रसदार फल है, जिसमें छोटे-छोटे दानों में रस भरा होता है जिससे अनार का जूस निकाला जाता है| अनार का जूस हमारे सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है|अनार के जूस का नियमित रूप से प्रयोग किया जाए ,तो हमारे स्वास्थ्य संबंधित अनेक समस्याओं का निदान हो सकता है| khali pet anar khane ke fayde anar ke fayda       ऐसा फल है जिसके  बीज और छिलकों में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं ,जिनके सेवन या प्रयोग से हम अपनी स्वास्थ संबंधी अनेक समस्याओं का निदान या उपचार  कर  सकते हैं |अनार का सेवन करने से खून की