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संक्रामक रोगों के प्रसार और उनसे बचाव के आसान उपाय

संक्रामक रोगों के प्रसार को रोकना

संक्रामक रोग एक ऐसा रोग है ,जो कभी भी और किसी को हो भी सकता है।संक्रामक रोगों के फैलने का सबसे अनुकूल मौसम वर्षा या  बरसात का है, क्योंकि इस मौसम में हर जगह सड़़न और सीलन देखने को मिल जाती है ,जिसके कारण जीवाणु और विषाणु की संख्या में वृद्धि देखने को मिलती है।
    इस मौसम की मार प्रत्येक व्यक्ति पर पड़ती है और  वह काफी परेशान  और त्रस्त हो जाता है, परिणाम स्वरूप उनकी शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही कम हो जाती है और वे विषाणुओ के हमले का  शीघ्र व आसानी से शिकार हो जाते हैं।
     जब शरीर मजबूत और तंदुरुस्त होगा, तो हमारी रक्षात्मक शक्ति भी अधिक होगी और हम रोगाणु और विषाणु दोनो से लड़ सकेंगे, इसलिए हमें अपने स्वास्थ्य को हमेशा बेहतर रखना होगा।
 कुछ आवश्यक सावधानियां बरतकर हम अपने आप को काफी हद तक इनसे बचा सकते हैं

स्वयं को या दूसरों को संक्रमित करने का जोखिम कम करें:-

 अपने हाथ अक्सर धोएं।  यह भोजन तैयार करने से पहले और खाने से पहले और शौचालय का उपयोग करने के बाद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

 भीड-भाड़ से दूर रहें :-

 इससे वायु या सांस द्वारा फैलने वाली संक्रामक बीमारियां जैसे-जुकाम, फ्लू, मम्स, काली खांसी, टी बी इत्यादि बीमारियां आपको चपट में नहीं लेंगी। इसके अलावा कुछ संक्रामक रोग प्लेग, जैसे खसरा, फल्का माता, जुकाम, फ्लू, आई-फ्लू, मम्प्स, फोड़े फुंसी आदि भी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो जाते हैं।
 और पढ़ें>>> फोड़े फुंसियों से बचने के लिए अपनाए इन शानदार घरेलू उपाय

टीका लगवाएं :-  

टीकाकरण कई रोगों के अनुबंध की आपकी संभावनाओं को काफी कम कर सकता है।  अपने अनुशंसित टीकाकरण को अद्यतन रखें।

 साफ और स्वच्छ सुई का प्रयोग करें:-

 अगर लोहा चुप जाए या किसी प्रकार कट जाए तो ऐसी परिस्थिति में टिटनेस की सुई जरूर लगवाएं ,पर याद रहे कभी सुई लगवाए तो वह साफ और स्वच्छ होनी चाहिए

एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग समझदारी से करें :-

निर्धारित होने पर ही एंटीबायोटिक्स लें।  जब तक अन्यथा निर्देशित नहीं किया जाता है, या जब तक आपको उनसे एलर्जी नहीं होती है, तब तक अपने एंटीबायोटिक की सभी निर्धारित खुराक लें, भले ही आप दवा पूरी करने से पहले बेहतर महसूस करना शुरू कर दें।
 नोट :-यदि आपके पास संक्रमण के लक्षण और लक्षण हैं तो घर पर रहें।  अगर आपको उल्टी हो रही है, दस्त हो रहे हैं या बुखार हो रहा है, तो काम पर न जाएँ।

भोजन तैयार करने में  सावधानी बरतें:-

भोजन तैयार करते समय रसोई और अन्य रसोई की सतहों को साफ रखें।  इसके अलावा, तुरंत बचे हुए को ठंडा करें।  समय की विस्तारित अवधि के लिए पके हुए खाद्य पदार्थों को कमरे के तापमान पर न रहने दें।

 अपने घर में 'गर्म क्षेत्रों' को कीटाणुरहित करें :-

  इनमें रसोई और बाथरूम शामिल हैं - दो कमरे जिसमें बैक्टीरिया और अन्य संक्रामक एजेंटों की उच्च एकाग्रता हो सकती है। इन स्थानों को नियमित तौर पर साफ करते रहे

 सुरक्षित सेक्स का अभ्यास करें:-

  कन्डोम का प्रयोग करो।  यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के लिए परीक्षण करवाएं, और अपने साथी का परीक्षण करवाएं- या, हो सके तो पूरी तरह से त्याग दें।

 व्यक्तिगत  सामग्री साझा न करें :-

  अपने खुद के टूथब्रश, कंघी या रेजर ब्लेड का उपयोग करें।  पीने के गिलास या खाने के बर्तन साझा करने से बचें।

संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क से बचें :-

भरसक कोशिश कीजिए कि संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचें नहीं तो यह बीमारी आपके साथ साथ आपके पूरे परिवार को भी संक्रमित कर सकती है

  यात्रा में समझदारी दिखाएं:-

  बीमार होने पर उड़ान न भरें।  इतने सारे लोगों के इतने छोटे क्षेत्र में सीमित होने के कारण, आप अन्य यात्रियों को विमान में संक्रमित कर सकते हैं।  और आपकी यात्रा आरामदायक भी नहीं होगी।  आपकी यात्रा आपको कहां ले जाती है, इसके आधार पर, अपने डॉक्टर से किसी विशेष टीकाकरण के बारे में बात करें, जिसकी आपको आवश्यकता हो सकती है।

सलाह  :-

  •  पानी खूब पिए और  दूषित जल पीने से बचें। बरसात पानी को उबालकर पीने की कोशिश करें।
  •  कसरत रोज करें
  • बाल और नाखून को हमेशा स्वच्छ और साफ रखें तथा इसे उस समय समय पर काटते रहे
  • थोड़ी सामान्य समझ और उचित सावधानियों के साथ, आप संक्रामक रोगों से बच सकते हैं और उन्हें फैलने से बचा सकते हैं।

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