सफेद पानी या लिकोरिया का सफल घरेलू इलाज,safed pani ka safal ghare lu ilaj,ayurvedic ilaj,leukoria ka upay.
स्त्री रोग से संबंधित अनेक समस्याएं होती हैं |इन समस्याओं से कोई न कोई महिला जरूर ग्रसित होती है, परंतु इन समस्याओं पर खुलकर बातें करने से कतराती है |इनमें से अधिकांश लड़कियां भी होती है ,जो अपने परिवार से संकोचवश इन बातों को छुपाती है ,लेकिन जब ये समस्याएं विकराल रूप ले लेती है ,तो उन्हें अपने परिवार को बताना ही पड़ता है |आज हम उन्हीं कुछ समस्याओं में से सफेद पानी या श्वेत प्रदर या ल्यूकोरिया के बारे में बात करेंगे|वैसे देखा जाए तो श्वेत प्रदर या सफेद पानी नामक रोग महिलाओं की योनि में संकुचन के कारण होता है |जब महिलाओं की योनि में संकुचन हो जाता है ,तो सफेद पानी के रूप में तरल पदार्थ निकलता है |
अगर इसका इलाज सही समय पर नहीं किया जाए ,तो आगे चलकर यह अनेक बीमारियों को जन्म देता है |इस रोग के कारण महिलाओं में कमजोरी, थकान, सिरदर्द, चक्कर आना, कमर दर्द जैसी अनेक समस्याएं देखने को मिलती है|
हालांकि अधिकांश महिलाएं इस रोग के इलाज में एलोपैथिक दवाओं का प्रयोग करती है |और बहुत ज्यादा पैसा भी खर्च कर देती है ,परंतु इसका समाधान पूरी तरह से नहीं हो पाता |और ना ही श्वेत प्रदर पूरी तरह से ठीक हो पाता है |
आयुर्वेद में इसका पूरा समाधान है |श्वेत प्रदर रोग में आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे काफी कारगर साबित होते हैं |इन आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खों का प्रयोग करके हम श्वेत प्रदर रोग को पूरी तरह से जड़ से ठीक कर सकते है|
श्वेत प्रदर या ल्युकोरिया को ठीक करने के आयुर्वेदिक घरेलू उपचार swed pradar ka ghsrelu upchar
मेथी दाने के पाउडर का प्रयोग
डेढ़ चम्मच मेथी दाने का पाउडर लेकर उसमें कुछ गुड डालें और दोनों को आपस में मसल कर मिला ले| आप का नुस्खा बनकर तैयार है |इसे सुबह-शाम पानी के साथ सेवन करे |जब आपका रोग ठीक हो जाए ,तो इस नुस्खे का सेवन करना बंद कर दे|आंवले का प्रयोग :-
तीन माशा आंवला के चूर्ण को शहद में मिलाकर चाटने से श्वेत प्रदर रोग ठीक हो जाता है|अनार के पत्ते और काली मिर्च का प्रयोग :-
2 तोला अनार के पत्ते और एक माशा काली मिर्च को आधा पाव जल में पीसकर छान लें |इसे पीने से प्रदर रोग में लाभ मिलता है|केले के पत्ते और दूध का प्रयोग :-
केले के पत्ते को पीसकर दूध में खीर बनाकर खाने से प्रदर रोग में आराम मिलता है|![]() |
केले का पत्ता |
भिंडी के जड़ का प्रयोग :-
भिंडी की जड़ को शाम को पानी में भिगो दें और सुबह होने पर उसे मसल लें| जब पानी लसलसा हो जाए ,तो उसे छानकर पी लें |प्रदर रोग दूर हो जाता है|धनिया का प्रयोग :-
10 ग्राम धनिया को शाम को एक ग्लास पानी में भिगोकर रख दें | सुबह होने पर उसे छानकर पी लें |कुछ दिनों तक इसका इस्तेमाल करने से प्रदर रोग ठीक हो जाता है|पीपल के फल का प्रयोग :-
पीपल के पके हुए फल को बारीक पीसकर बराबर मात्रा में शक्कर मिश्रित करके गाय के दूध के साथ स्त्री को पिला दें |इस प्रकार सेवन करने से लगभग 10 से 15 दिनों में ही प्रसूत और प्रदर रोग समाप्त हो जाएगा|नोट :- वैसे तो आयुर्वेदिक दवाओं का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता फिर भी अगर आपको कोई परेशानी है तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले
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