अनचाही प्रेगनेंसी रोकने के सबसे बेजोड़ और रामबाण घरेलू नुस्खे,anchahi pregnancy rokne ke upay hindi mein
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इस जमाने में दो या तीन बच्चे ही काफी है ताकि उनकी सेहत, पढ़ाई- लिखाई ,पालन-पोषण अच्छी तरह से हो सके ।बर्थ कंट्रोल या गर्भनिरोधक के बारे में कुछ बातें जान लेना बहुत जरूरी होता है ।
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ayurvedic garbh nirodhak upay आयुर्वेदिक गर्भनिरोधक उपाय |
प्राकृतिक रूप से गर्भनिरोधक अपनाने का सबसे महत्वपूर्ण फायदा यह है कि इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं ।और यह अनचाहे गर्भ से छुटकारा दिलाने में भी भरपूर सहायता करता है ।क्योंकि इसका प्रयोग भी बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसका सही समय पर उपयोग करना बहुत ही जरूरी होता है ,नहीं तो गर्भनिरोधक के रूप में कारगर साबित नहीं होगा , क्योंकि सेक्स के 72 घंटे के अंदर आपको इसका प्रयोग कर लेना चाहिए। 72 घंटे के बाद इसका प्रयोग करने से कोई फायदा नहीं नहीं होता है। वहीं अगर आप गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक से अधिक सेवन करती हैं तो यह आपके अंदर बाझपन की समस्या पैदा कर सकती हैं ।इसलिए प्राकृतिक गर्भनिरोधक को ही सही माना जाता है। आज हम प्राकृतिक गर्भनिरोधक के फायदे और उसके उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।
प्राकृतिक गर्भनिरोधक के फायदे natural girbh nirodhak ke fayde
स्तन कैंसर से बचाव -
गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन आप में स्तन कैंसर का खतरा पैदा कर सकती अर्थात गर्भनिरोधक गोलियां आपके स्तन कैंसर का कारण भी बन सकती है लेकिन अगर वहीं पर आप प्राकृतिक गर्भनिरोधक का प्रयोग करते हैं तो यह स्तन कैंसर जैसे कारणों से भी आप को बचाता है।यौन क्षमता में वृद्धि -
गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से यौन क्षमता में कमी देखने को मिलती है अर्थात गर्भनिरोधक गोलियां आपके यौन क्षमता की कमी का कारण हो सकती ।वहीं अगर आप प्राकृतिक गर्भनिरोधक का प्रयोग करती हैं तो आपके यौन क्षमता में वृद्धि करती है तथा आपकी सेक्स लाइफ को खुशहाल बनाती हैं।बवासीर को जड़ से खत्म कर देगा यह नुस्खा
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत-
अनचाहे गर्भ निरोधक गोलियों के कारण आपका स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है शारीरिक दुर्बलता ,मानसिक तनाव ,सिर में दर्द ,बदन दर्द ,अनिद्रा की समस्याएं तथा भूख न लगना जैसी अनेक समस्याएं आपके सामने खड़ी हो सकती है लेकिन अगर आप प्राकृतिक गर्भनिरोधक का प्रयोग करते हैं तो इन समस्याओं से आपको राहत मिलती है।कब्ज से परेशान लोगों के लिए रामबाण है यह नुस्खा
हार्मोन संतुलन-
गर्भनिरोधक गोलियां महिलाओं के मासिक चक्र को भी प्रवाहित करती है मासिक चक्र के असंतुलन के फल स्वरुप हार्मोन असंतुलन भी देखने को मिलती है परिणामस्वरूप कई प्रकार की समस्याएं भी देखने को मिलती है। लेकिन वहीं पर अगर महिलाएं प्राकृतिक गर्भनिरोधक का प्रयोग करती हैं तो हार्मोन असंतुलन से संबंधित समस्याएं देखने को नहीं मिलती है|गर्भनिरोधक के घरेलू उपाय-home remedies to avoid pregnancy
- हल्दी 3 ग्राम महावारी होने के पांचवे दिन सुबह ताजे पानी के साथ 3 दिन हर महीने खिलाते रहेंगे तो गर्भ ठहरने का डर नहीं रहेगा ।8 दिन तक बिस्तर का परहेज जरूरी है।
- एक तोला सफेद वैसलीन में 2 माशे फिटकरी मैदा की तरफ बारीक करके मिला ले । वक्त जरूरत पर गुप्त अंग पर लगा लिया करें। नुस्खा 80 पीस दी कामयाब है।
- जरूरत के वक्त एक हुई कि फुरेरी कैस्टर ऑयल की योनि में अच्छी तरह फेर ले ।गर्भधारण करने का सवाल ही पैदा नहीं होगा। यह नुस्खा 70 फ़ीसदी कामयाब है।
- अरंड का बीज छीलकर माहवारी होने के बाद पांचवें दिन एक बीज सुबह निराहार मुंह ताजा पानी से पूरा खिला दे ,तो 1 साल तक गर्भ नहीं होगा ।यह नुस्खा 70 फ़ीसदी काम का है ।बीज लैट्रिन में निकल गया तो काम नहीं होगा।
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अरंड के बीज |
कैस्टर ऑयल के है बहुत सारे फायदे
- कई लोग ऑपरेशन कराने से घबराते हैं लेकिन तजुर्बा है कि ऑपरेशन से कोई खराबी पैदा नहीं होती ।अगर आपके 2 या 3 बच्चे हो तो जरूर ऑपरेशन करवा डालिए।
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