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अगर आप भी कुल्थी की दाल का सेवन करते हैं तो जान लीजिए इसके फायदे और नुकसान kulthi ke fayde aur nuksaan

 कुल्थी के फायदे और नुकसान kulthi ke fayde aur nuksan in hindi

कुल्थी की जिसे हम गहाट नाम से भी जानते है।इसे अंग्रेजी में DOLICOS BIFLORUS कहते हैं।यह दलहन के रूप में समस्त भारतवर्ष में उगायी जाती है।इसका दाना मसूर के दाने से थोड़ा बड़ा, चिकना और चपटा होता है।आयुर्वेदिक मत से इसके बीज कड़वे, कसैले, गरम और खुश्क होते हैं। कुलथी  अपने आयुर्वेदिक गुणों के कारण काफी मशहूर है। इसकी दालों के प्रयोग से अनेक समस्याओं से निजात पाया जा सकता  है।

kulthi khane ke fayde
कुल्थी के फायदे और नुकसान

यह आंतों को सिकोड़ने वाली, ज्वर नाशक, कृमिनाशक और मज्जा वर्द्धक होती है। श्वांस, खांसी, मुख रोग, हिचकी, उदर रोग, हृदय रोग, पीनस और मस्तिष्क सम्बन्धी तकलीफों में यह मुफीद है। आन्त्र शूल, पथरी, नेत्र रोग, बवासीर, कुष्ठ और विष को नष्ट करने में भी यह उपयोगी है। यह मूत्राशय की पथरी को दूर करती है। 

यूनानी मत से यह भूख बढ़ाने वाली, भूप निस्सारक, आंख के रोगों को दूर करने वाली तथा मसाने और गुर्दे की पथरी को तोड़ने वाली है। इसके सेवन से हिचकी भिट जाती है, दस्त साफ आता है। पेशाब और मासिक धर्म खुलकर आता है, तिल्ली की खराबी दूर होती है। बवासीर पर इसका लेप करने से लाभ होता है।

इसके अतिरिक्त कुल्थी के अनेक ऐसे फायदे हैं जिनका वर्णन नीचे दिया जा रहा है,kulthi ke fayde in hindi

 मूत्राशय की पथरी को दूर -

कुल्थी के पत्रों को उबालकर इसका काढ़ा तैयार करें। दिन में दो से तीन पर तीन तीन चम्मच इस काढ़े को पीने से मूत्र की पथरी निकल जाती है। इस काढ़े का सेवन कम से कम एक सप्ताह करें।

kulthi ke patto ke fayde
 कुलथी के पत्तों के फायदे

 चेहरे को साफ करें-

चेहरे को साफ करने में भी कुल्थी का प्रयोग किया जाता है ।कुलथी का पेस्ट बनाकर लगाने से गालों का रंग साफ होता है  और चेहरे पर कांति और चमक निखर आती है ।

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कफ और पित्त की समस्या को दूर करें-

जिस किसी को भी कफ और पित्त की समस्या है व कुलथी की दाल का प्रयोग कर सकता है।यह कफ और पित्त की समस्या में बहुत ही कारगर उपाय है।इसकी दाल कफ और पित्त को दूर करती है। भोजन के पश्चात् होने वाली उल्टी को यह दूर करती है।

कफ को दूर करने के लिए रामबाण घरेलू उपाय

श्वेत प्रदर में लाभदायक -leukoria me kulthi ka prayog

श्वेत प्रदर /ल्युकोरिया  जो महिलाओं और पुरुषों दोनों में देखने को मिलती है  श्वेत प्रदर में कुल्थी का प्रयोग  करके आप इसे आसानी से ठीक कर सकते हैं इसकी जड़ का काढ़ा पिलाने से श्वेत प्रदर बन्द हो जाता है। यह गुर्दे और मसाने की पथरी को तोड़कर निकाल देती है।

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गंदा खून  या मवाद दूर करने में-

 बच्चा होने के बाद गर्भाशय में बिगड़े हुए खून का जो मैल और मवाद रह जाता है, उसे यह दूर करती है। इसके लिए आप कुलथी की दाल का सूप बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं यह महामारी की समस्या को भी दूर करती है

 मोटापा कम करने मे-motapa kam karne me kulthi ka parayog

अगर आप मोटापे से परेशान है तो कुल्थी का प्रयोग कर सकते हैं कुल्थी को पकाकर खाने से शरीर का मोटापा कम होता है।

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पेशाब में शक्कर का आना- sugar ko kam kare kulthi

अगर आपकी अभी पेशाब में शक्कर शुगर आने की समस्या है,तो कुल्थी आपके लिए बहुत ही उपयोगी और लाभदायक हो सकती है।इसके काढ़े में सरपंखे की जड़ और सेंधा नमक मिलाकर पिलाने से पेशाब में शक्कर का आना बन्द हो जाता है।

 डायरिया दूर करने में -dairiya ko dur karne me

कुलथी की दाल में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है यह शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थों को भी सोखती है । यह दस्त की समस्या को दूर करती है और बार बार दस्त आने की समस्या को भी समाप्त करती है। इसके लिए आप कुलथी के भीगे हुए फलियों का प्रयोग कर सकते हैं यह पाचन तंत्र को भी बेहतर करती है।

 कुल्थी के नुकसान -Kulthi khane ke nuksan

कुल्थी पौष्टिक तत्वों से भरपूर  है ,लेकिन अगर आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं ,तो कुछ नुकसान भी आपको देखने को मिल जाएंगे उदाहरण के लिए-

  1.  जो लोग अति रक्तस्राव से परेशान हैं और दवाई ले रहे हैं उन्हें कुलथी का प्रयोग नहीं करना चाहिए जैसे नाक से ब्लड आना महावारी के दौरान अधिक मात्रा में ब्लड आना ।
  2. जो लोग एनीमिया रोग से परेशान हैं उन्हें भी कुर्ती का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  3. क्षय रोग से ग्रसित व्यक्ति को भी तो खुद कुल्थी का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
  4. जो महिला  बांझपन से ग्रसित है और दवाई ले रही उसे भी कुलथी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  5. कम वजन वाले व्यक्तियों को भी कुल्थी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

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