ज्यादातर छोटे बच्चों के पेट में कीड़े( pet ke kide marne ke gharelu nuskhe)होने की शिकायत पाई जाती है | तथा कभी-कभी बड़े लोग भी इस समस्या से ग्रसित हो जाते हैं |पेट में कीड़े होने के कारण जो भी भोजन करते हैं उससे प्राप्त होने वाले पोषण को ये कीड़े खा जाते है|
ये कीड़े हमारे आंतों की अंदरूनी परत को नुकसान भी पहुंचाते हैं तथा हमारे शरीर में तरह-तरह की बीमारियों को भी पैदा करते हैं तथा उनके लक्षण को प्रकट करते हैं | कीड़े सामान्यतः चार प्रकार के होते हैं |
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pet ke kide marne ke gharelu nuskhe |
(1)Tep Worm(फीताकृमि)- हमारे आंतों में पाए जाने वाला Tep Worm लगभग 20 से 25 फीट लंबा होता है यह हमारे शरीर को मिलने वाले सभी पोषक तत्वों को खा जाता है|
(2)Round Worm- राउंडवर्म को सामान्य भाषा में केचुआ भी कहा जाता है |यह लगभग 30 से 32 सेंटीमीटर तक हो सकते हैं | यह रक्त के माध्यम से फेफड़ों में जा सकते है और बच्चों ने खांसी पैदा कर सकते हैं |
(3) Pin Worm -यह पतले धागे जैसे होते हैं | यह मलाशय में पाए जाते हैं और मलद्वार( mal me kide aana) द्वारा बाहर आते हैं | ये बच्चों में खुजली पैदा कर सकते हैं | बच्चों के मलद्वार पर सफेद सफेद चूने (bachcho ke chune ki dawa)की तरह पदार्थ जम जाताा है |
(4)Hook Worm- जो बच्चे मिट्टी के संबंध में ज्यादा देर तक रहते हैं उनमें यह कीड़ा पाया जाता है |यह हमारे आंतों में रहता है |आंतों की परत को मुंह से काटकर काफी नुकसान पहुंचाता है |
पेट में कीड़े होने के कुछ सामान्य लक्षण- pet me kide hone ke lakshan
- सोते समय बच्चों को दातों को पीसना या रगड़ना
- मुंह से लार आना
- बार बार थूकते रहना
- पेट में दर्द होना ,पेट में गैस बनना
- उल्टी जैसा महसूस होना
- वजन कम होना
- कमजोरी के साथ थकान होना
- खाने की इच्छा ना होना या भूख न लगना
- मलद्वार में खुजली का होना
- खून की कमी होना
- चिड़चिड़ापन होना
पेट में कीड़े या उदर कृृृमि के घरेलू उपाय-bacho ke pet me kide ka gharelu upay
अजवाइन और काले नमक का प्रयोग-ajwain se pet ke kide ka ilaj
दिन में किसी भी समय एक चम्मच अजवाइन में थोड़ा सा काला नमक मिलाकर हल्के गर्म पानी के साथ चबाकर खाने से पेट के कीड़े शीघ्र ही समाप्त हो जाते हैं |
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pet ke kide marne me ajwain aur kala namak |
(1)अदरक, तुलसी की पत्ती और लौंग का प्रयोग-
लगभग आधा इंच अदरक के टुकड़े और 8 से 10 तुलसी की पत्ती को सुबह खाली पेट चबाए तथा ऊपर से हल्का गुनगुना गर्म पानी पिए | इसके 1 घंटे बाद 4 से 5 लोग लेकर दो कप पानी में उबालें और जब पानी आधा कब हो जाए तो उसे उतार लें और उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पी ले | यह प्रयोग दिन में 3 बार करें |3 से 4 दिन तक प्रयोग करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं |
(2)हुलहुल के बीजों का चूर्ण -
हुलहुल के बीजों का चूर्ण पेट के कीड़े(pet ke kide ki ayurvedic dawa) दूर करने में काफी उपयोगी होता है |हुलहुल के बीजों का चूर्ण बड़े व्यक्तियों को 2 माशा से 4 माशा तक तथा बच्चों को 3 रत्ती से 10 रत्ती तक देने से पेट के गोल कृमि निकल जाते हैं तथा दर्द या अफरा भी मिट जाता है ।
(3)सुपाड़ी का चूर्ण-
डेढ़ तोला सुपाड़ी का चूर्ण दूध अथवा मक्खन के साथ लेने से उदर-कृमि का नाश होता है।
(4)निर्मली के बीज-
निर्मली के बीज पानी में पीसकर नाभि के चारों ओर लेप करने से उदर-कृमि मर जाते हैं।
(5)नारियल का खोपरा-
नारियल का खोपरा खाने से उदर के चपटे कृमियों का नाश (pet ke kide marne ke gharelu upay in hindi)होता है।
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pet ke kide me nariyal ke khopare ka prayog |
(6)साढ़े सात माशा नमक का पानी पीने से पेट के केंचुए बाहर निकल जाते हैं।
(7)नागरमोथा, राई, अजवायन, भुना जीरा, कालीमिर्च और बायबिग-2-2 तोला तथा सेंधानमक ढाई तोला लेकर पीस लें । सुबह शाम 4-4 माशा चूर्ण मट्ठा के साथ खाने से पेट के कीड़ों का नाश हो जाता है ।
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