सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अब नहीं होंगे सनबर्न से परेशान अपनाइए इन आसान से घरेलू नुस्खे को sunburn ke gharelu upay


सनबर्न क्या होता है ? sunburn kya hota hai

गर्मियों के दिनों में धूप बहुत ही ज्यादा होती है |गर्मी के दिनों में धूप के साथ-साथ गर्म हवाएं भी बहुत ही तीव्र गति से चलती है ,जिनमें आग की लपटों की तरह जलन होती है |जब हम इन चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं के संपर्क में आते हैं तो हमारी त्वचा को काफी नुकसान पहुंचता हैं |इनके कारण हमारी त्वचा काली पड़ने लगती है, जिसे हम सनबर्न भी कहते है | सनबर्न होने के कारण हमारी त्वचा में अनेक समस्याएं होने लगती हैं | जैसे - त्वचा में जलन ,त्वचा मे रेशेस निकलना ,चेहरे पर काली परत, चेहरे का कांतिहीन होना आदि समस्याएं हमारे चेहरे पर होने लगती है |

dhoop se kali skin ka ilaj
सनबर्न या धूप से जली त्वचा के घरेलू उपाय


अगर आप भी इन समस्याओं से ग्रसित है | अगर आपको  सनबर्न की समस्या है, तो अब आपको कहीं कुछ करने की जरूरत नहीं है ,ना ही अब आपको सनबर्न को समाप्त करने के लिए महंगे उत्पादों का प्रयोग करने की जरूरत है |आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों (sunburn ke gharelu nuskhe)के बारे में बताएंगे ,जिनका प्रयोग करके आप आसानी से अपनी चमकती और दमदार  खिलती त्वचा को पुनः पा सकते है |

सन बर्न को दूर करने के रामबाण अचूक घरेलू dhup se jali hui skin ko gora karne ke upay

टमाटर का रस और दूध की मलाई-

 टमाटर के रस और दूध की मलाई को बराबर मात्रा में लेकर इनका पेस्ट बना लें | इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर हल्के हाथों से मालिश करें और इसे कम से कम 10 से 15 मिनट तक चेहरे पर रहने दे | इसके बाद इसे ठंडे पानी से धो लें | यह नुस्खा सनबर्न की समस्या को दूर कर देगा |

चंदन का बुरादा और गुलाब जल -

चंदन का बुरादा और गुलाब जल को लेकर उन्हें अच्छी तरह से मिलाकर पेस्ट बना ले और इसे चेहरे पर 10 से 15 मिनट तक लगा कर रहने दे | फिर इसे ठंडे पानी से धो लें |

 कच्चे आलू का प्रयोग -

सनबर्न के घरेलू उपाय (sunburn ke gharelu upay in hindi)में आलू एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है |कच्चे आलू को कद्दूकस कर लें और इसके रस को निकाल कर  चेहरे पर 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें | फिर इसे ठंडे पानी से धो लें |कच्चे आलू का रस त्वचा की सूजन और उसके जलन को भी दूर करता है |

sunburn ke gharelu  upay in hindi
सनबर्न में कच्चे आलू का प्रयोग

 पुदीना और एलोवेरा-

 सनबर्न को दूर करने में पुदीना और एलोवेरा भी काफी उपयोगी और  लाभदायक है | पुदीने में एंटी बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं ,जो त्वचा को पोषित करता है |  एलोवेरा जेल त्वचा पर चमक लाता है | कुछ पुदीने की पत्ती को पीसकर, उसमें दो चम्मच एलोवेरा जेल डाल कर पेस्ट बना लें | इस पेस्ट को चेहरे पर 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें | कुछ दिन तक इसका प्रयोग करने से आपकी सनबर्न की समस्या दूर हो जाएगी |

 कच्चे दूध का प्रयोग -

कच्चे दूध के प्रयोग से भी सनबर्न की समस्या को दूर कर सकते हैं | इसके लिए आप दो चम्मच कच्चा दूध ले और उसमें दो चम्मच शहद मिलाएं | दोनों को अच्छी तरह से मिक्स करके पेस्ट बना लें | इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और 15 से 20 मिनट तक रहने दे | फिर ठंडे पानी से धो लें |आपका चेहरा खिल उठेगा |

dhoop se kali skin ka ilaj
सन बर्न दूर करने में कच्चे दूध का प्रयोग

बेसन और दही का प्रयोग-

 सनबर्न की समस्या को दूर करने में बेसन और दही भी एक कारगर घरेलू नुस्खा साबित हो सकता है | इसके लिए आप दो चम्मच बेसन और दो चम्मच दही दोनों को लेकर अच्छी तरह से मिक्स कर ले और इसे चेहरे पर लगाएं | कम से कम 20 मिनट तक इसे चेहरे पर रहने दे और उसे ठंडे पानी से धो लें |

नींबू का रस और आटे का प्रयोग-

 नींबू के रस को आटे द्वारा भी सनबर्न को आप दूर कर सकते हैं | इसके लिए आप एक चम्मच आटा लें और उसमें एक नींबू का रस निचोड़े | दोनों को अच्छी तरह से मिक्स कर लें | इस मिश्रण को आप चेहरे पर लगाएं | 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दे | इसके बाद ठंडे पानी से धो ले | नींबू हमारी त्वचा की जितनी भी गंदगी होती है ,उसको दूर करने में काफी सहायक सिद्ध होता है |इस पेस्ट के प्रयोग से हमारी त्वचा सन बर्न या सन टैन से मुक्त हो जाएगी |

mail hatane ke upay
सनबर्न दूर करने में नींबू और आटे का प्रयोग

 ठंडे पानी का प्रयोग -dhup se bachne ke gharelu upay

अगर आप गर्मियों के मौसम में बाहर से आ रहे हैं ,तो सबसे पहले आप अपनी त्वचा को ठंडे पानी से धो लें | हो सके तो स्नान कर लें | ठंडे पानी के प्रयोग से हमारी त्वचा में ठंडक पहुंचती है ,जो सनबर्न की समस्या को काफी हद तक दूर कर देता है और हमारी त्वचा के निखार को भी बनाए रखता है |

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

नागदोन कई रोगों का है अचूक इलाज nagdon ke patte ke fayde

 नागदोन कई रोगों का है अचूक इलाज nagdon ke patte ke fayde  नागदोन पौधे का परिचय - नागदोन के फायदे ( nagdon ke fayde )बताने से पहले हम नागदोन के  बारे में जान लेते है | वैसे देखा जाए तो नागदोन पौधे का वर्णन बहुत कम ही देखने को मिलता है ,लेकिन नागदोन का पौधा औषधि गुणों से भरा पड़ा होता है| इन्हीं औषधि गुणों के कारण नागदोन के पौधे का प्रयोग अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है | जैसे - खूनी या बादी बवासीर, हिसाब से संबंधित समस्याओं को दूर करने मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव  में, सूजन हो या फोड़े फुंसियां हो उनको भी ठीक करने में किया जाता है | नागदोन के पौधे को नागदमनी  के नाम से भी जाना जाता है | nagdon ke fayde नागदोन का पौधा ( nagdon plant ke fayde )आपको सर्वत्र देखने को मिल जाएगा |यह पौधा खेतों में, खलियानों में, बगीचों में और  लानों में देखने को मिल जाता है|इस पौधे को आप अपने घर में भी लगा सकते हैं | इसे आप आसानी से किसी गमले में लगा सकते है | तो आइए जान लेते हैं इस चमत्कारिक फायदे के कुछ लाभों के बारे में  नागदोन के फायदे(nagdon ke fayde in hindi) पेशाब की समस्या को दूर

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे

अरंडी के जड़ व पत्तों के चमत्कारी फायदे,arandi leaves benefits,arandi ke patte ke fayde piliya me,arandi ke patte ke fayde in hindi,arandi ke patte ke fayde bataye अरंडी का पौधा  कूड़ा करकट  या गोबर युक्त स्थानों पर  अधिक पाया जाता है । यह गांव- घर के आस-पास ,नदी- नालों के पास, छोटे पोखर के पास अधिकांशत देखने को मिल जाता है। अरंड का पौधा देखने में तो झाड़ियों के समान लगता है ,पर यह अपने औषधि गुणों के कारण अनेक रोगों के उपचार में काफी उपयोगी और लाभदायक होता है।      5 चौड़ी पंख वाले इसके पत्ते लाल व हरे रंग के होते हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह अरंडी हमारे शरीर के लिए आंतरिक या बाह्य दोनों रूप से उपयोगी और लाभकारी होती है ।अरंडी के बीज हो ,चाहे  पत्ते हो या अरंडी के तेल हो यह सभी किसी न किसी रोग के उपचार में प्रयोग किए जाते हैं। अरंडी में एंटीइन्फ्लेमेटरी ,एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल,और एंटी फंगल तत्व पाए जाते हैं, जिसके कारण स्किन व बालों को स्वस्थ रखने में भी काफी लाभदायक होते हैं । अरंडी के पत्ते के फायदे     अरंडी के पत्तों का प्रयोग अनेक रोगों के उपचार में क

बवासीर ठीक करे चुटकियो में! bawasir ke gharelu upay,khoni bawasir,badi bawasir

 बवासीर- bawasir ke gharelu upay, bawasir ke masse ka desi ilaj, आज के जमाने में बवासीर एक आम बात है हर कोई व्यक्ति  इससे कभी ना कभी पीड़ित होता है |बवासीर होने पर व्यक्ति को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है | बवासीर होने पर व्यक्ति का मल कड़ा हो जाता है जिससे मल त्यागने में व्यक्ति को काफी जोर लगाना पड़ता है | जिससे  मस्से छिल जाते हैं और व्यक्ति दर्द से कराहने लगता है |  बवासीर के प्रकार बवासीर दो प्रकार की होती हैं-अंदर और बाहर की|अंदर की बवासीर मे मस्से अंदर को होते हैं|गोल-चपटे उभरे हुए मस्से  चने-मसूर के दाने के बराबर भी होते हैं|कब्ज की वजह से जब अंदर का मस्सा शौच करते समय जोर लगाने पर बाहर आ जाता हैं,तो मरीज दर्द से तड़प उठता है और मस्से( masse wali bawaseer ka ilaj in hindi ) छिल जाए तो जख्म हो जाता है| इसे हम बादी बवासीर भी  कहते  हैं bawasir ke gharelu upay hindi tips बाहर की बवासीर मे- मस्सा गुदा वाली जगह पर होता है इसमें इतना दर्द नहीं होता हैं|कभी- कभी मीठी खारिश या खुजली होती है|कब्ज होने पर इससे इतना खून आने लगता हैं कि मरीज खून देखकर घबरा जाता है और चेहरा

दाद खाज खुजली कैसा भी हो ठीक करें चुटकी में dad ka ilaj

दाद -खाज -खुजली क्या है?daad khaj khujli ka pakka ilaj दाद एक प्रकार का चर्म रोग है |जो संक्रमण के कारण फैलता है| यह संक्रमित व्यक्ति के कपड़े छूने पहनने से हो सकता हैं |शुरुआत में यह धीरे धीरे फैलता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, यह बहुत ही तेज गति से  फैलता है |  यह फफूंदी से होने वाला रोग है| दाद होने पर यह जल्दी ठीक नहीं होता है और हमें काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है | dad khaj khujali ka ilaj in hindi दाद खाज होने के कारण dad khaj hone ke karan दाद की उत्पत्ति फफूंदी के कारण मानी जाती है | इस रोग में रोगाणु त्वचा की बाल की जड़ से त्वचा में प्रवेश करते हैं और हमारी त्वचा को प्रभावित कर देते हैं| यह पैरों और हाथों में दाढ़ी में या जांघों के बीच में बहुत ही  शीघ्रता से फैलता है | दाद नमी वाले स्थानों पर बहुत ही शीघ्र गति से फैलता है  जैसे- जांघों में या जहां पर अधिक पसीना आता हो | लक्षण- dad khaj hone ke lakshan  शुरू में यह लाल रंग के छोटे से  चकते के रूप में दिखाई देता है| और धीरे-धीरे या मटमैला  रंग का हो जाता है |दाद होने पर खुजली और जलन भी होती हैं |और जब अधिक मात्रा

घेंघा रोग(goiter) ,कारण, लक्षण और अचूक रामबाण घरेलू उपाय,thyroid ka ilaj

 गलगंड/घेंघा(goiter) क्या है ?ghengha rog kya hota hai? कंठमाला को घेघा रोग(goitre )के नाम से भी जाना जाता है। यह रोग आयोडीन की कमी से होता है। इस रोग में गर्दन या गले में थोड़ी सूजन हो जाती है, जिसके कारण गले का कुछ हिस्सा फूला हुआ नजर आता है ।अगर इसका इलाज सही समय पर न किया जाए ,तो यह कैंसर का रूप धारण कर लेता है।अतः घेंंघा का इलाज सही समय पर कराना नितांत आवश्यक होता है। घेंघा रोग थायराइड ग्रंथि( thyroid ke gharelu upay) में होने  वाला रोग है । घेंघा रोग/ गलगंड  घेंघा रोग होने के कारण -ghengha rog ke karan आमतौर पर अगर देखा जाए तो घेंघा रोग होने का मुख्य कारण जो होता है ,वह आयोडीन की कमी होती है अर्थात जिन व्यक्तियों में आयोडीन की कमी होती है वह घेंघा रोग से ग्रसित हो जाते हैं ।अत: व्यक्ति को आयोडीन युक्त नमक का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए। गलगंड/  थायराइड (goiter)/thyroid  के लक्षण( galgand ke lakshan) तीव्र सिरदर्द गर्दन में जकड़न नींद के झोंके मुर्छा आना अत्यधिक वमन अत्यधिक तापमान पेट दर्द अंडकोषों में सूजन घेंघा रोग में क्या नहीं खाना चाहिए ?ghengha rog me kya na khaye ?

मर्दाना कमजोरी को चुटकियों में दूर करने के अचूक घरेलू उपाय,Mardana Kamzori

  मर्दाना कमजोरी से तात्पर्य पुरुष की प्रजनन क्षमता में कमी का होना है  ऐसी स्थिति में पुरुष का प्रजनन अंग कमजोर हो जाता है| परिणाम स्वरूप पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं की कमी हो जाती है  इसके अलावा कई लोगों में शुक्राणुओं का अभाव भी हो जाता है| मर्दाना कमजोरी( mardana kamzori ki dawa) की समस्या से ग्रसित व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सहवास करते समय उसे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाता है इस वजह से वह मानसिक परेशानी का भी सामना करता है| mardana kamzori ka gharelu ilaj in hindi जाने अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते है जिसकी वजह से हमें मर्दाना कमजोरी (mardana kamzori ka ilaj in hindi )की समस्या का सामना करना पड़ता है अक्सर देखा गया है कि लोग अपनी कामुकता की भावना को शांत करने के लिए हस्तमैथुन करते है |इस क्रिया के निरंतरता के फल स्वरुप हम अपनी मर्दाना ताकत( mardana taqat ki dawa in hindi ) को खो देते हैं |इसके अतिरिक्त अन्य ऐसे कारण भी है जिनकी वजह से हम अपना वीर्य (मर्दाना ताकत) काफी मात्रा में पतला कर देते हैं और हम मर्दाना कमजोरी की समस्या से ग्रसित हो जाते है|  अक्सर देखा गया ह

किसी भी प्रकार की पेचिश को दूर करें, इन आसान घरेलू उपायो से,khooni,safed pechis ki dawa

  पेचिश क्या है?pechis kya hai, pechis ke gharelu upay पेचिश पेट से संबंधित एक  ऐसा रोग है, जिसमें दस्त होने के साथ-साथ रक्त भी निकलता है। इस बीमारी को आंव भी कहते हैं। इस बीमारी के अन्य नाम आंवतिसार ,रक्ततिसार और आमातिसार  भी है | यह आंतों में होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है। इसमें पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है। पेचिश की बीमारी होने पर इसका तुरंत इलाज करवा लेना चाहिए, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। pechis ke gharelu upay पेचिश होने के कारण pechis hone ke karan  इस संक्रमण से फैलने वाली बीमारी है इसके साथ-साथ बासी  खाना खाने, तली -भुनी चीजों का अधिक सेवन करना और अधिक मसालेदार वस्तुओं के सेवन से  पेचिश हो सकता है|  इसके अतिरिक्त यह रोग मक्खियों से फैलता है| पेचिश रोग के जीवाणु रोगी के मल में मौजूद रहते हैं| जब कभी पेचिश का रोगी खुले में मल त्याग करता है ,तो उस पर मक्खियां आकर बैठ जाती हैं और वे उन जीवाणुओं को अपने साथ ले जाती हैं तथा खुली हुई खाने-पीने की चीजों पर छोड़ देती हैं| फिर जो व्यक्ति उन वस्तुओं को खाता है, उनके साथ वे जीवाणु उसके पेट में चले जाते हैं| इस त

क्या आप भी है खुजली से परेशान तो, अपनाएं इन 24 अचूक घरेलू उपायों को

 क्या आप भी है खुजली से परेशान तो, अपनाएं इन 24 अचूक घरेलू उपायों को बदलते मौसम के अनुसार स्कीम से संबंधित अनेक समस्याएं हमारे सामने आकर खड़ी हो जाती है ।अगर इन समस्याओं का समय पर इलाज नहीं किया जाए ,तो काफी कष्टदायक हो सकती हैं ।गर्मियों के मौसम में तो यह समस्या और भी विकराल रूप ले लेती है ।इन्हीं समस्याओं में दाद ,खाज और खुजली जैसी समस्याएं हमारे सामने देखने को मिलती है। यह समस्या हमारे सामने उचित देखभाल  और साफ-सफाई नहीं कर पाने के कारण पैदा होती है ।तो आज हम खुजली  से संबंधित 24 ऐसी प्रभावकारी घरेलू नुस्खे के बारे में बात करेंगे ,जिससे आप अपने खुजली का उपचार बहुत ही आसानी से कर सकते हैं-   खुजली के घरेलू उपाय दूधी का रस लगाने से खुजली मिट जाती है।  पीपल के वृक्ष की छाल का क्वाथ बनाकर पीने से खुजली मिट जाती है। नागदोन और शक्कर मिलाकर खाने से खुजली मिट जाती है।  पारस पीपल के फल फूल या छाल को गर्म करके स्नान करने से खुजली मिट जाती है।  मीठे नीम की छाल को पीसकर लगाने से फफोले व खुजली मिट जाती है  पित्तपापड़े का अर्क या अवलेह बनाकर खाने से खुजली तथा अन्य चर्म रोग मिट ज

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग

आंवला खाने से दूर होते हैं ये सारे रोग       वैसे देखा जाए तो आंवला आकार में  अन्य फलों से से काफी छोटा होता है  और स्वाद में भी काफी खट्टा होता है लेकिन यह अपने और सभी गुणों के कारण काफी उपयोगी और लाभदायक होता है आंवले का प्रयोग अन्य घरेलू नुस्खों के रूप में किया जाता है|      आंवला मैं विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसके अलावा विटामिन A ,B कांप्लेक्स ,पोटेशियम ,कैल्शियम, मैग्नीशियम ,आयरन ,कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर और डाई यूरिक एसिड पाए जाते हैं और आंवले में पाए जाने वाला विटामिन सी स्कर्वी रोग के रोकथाम में सहायता प्रदान करता है, क्योंकि विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग हो जाता है| जिसके आंवले के गुण कारण व्यक्ति के मसूड़ों से खून आने लगते हैं| अतः इस रोग से बचने के लिए मनुष्य को आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए | आंवले में औषधि  गुण होने के कारण इसे 100 रोगों की दवा भी कहा जाता है |आंवले का  प्रयोग अनेक रोगों जैसे कब  बनना, भूख न लगना ,योनि शक्ति के लिए ,पेट और आंतों में छाले होना, बलगम बन रहा हो, सिर चकराना ऐसे ही अनेक प्रकार के रोगो में आंवले का प्रयोग किया जा सकता है

8+anar khane ke fayde अनार खाने के 8 महत्वपूर्ण फायदे

अनार के 8 महत्वपूर्ण फायदे व नुकसान,अनार के औषधीय गुण benefit of anar,anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar ke fayde,khali pet anar khane ke fayde,anar ke chilke ke fayde in hindi,anar khane ke fayde for skin in hindi,anar ke fayde batao,benefit of anar,anar khane ke fayde ,अनार के सेवन से फायदे anar ke fayde       वैसे देखा जाए तो फलों में अनार  काफी महत्वपूर्ण फल है  |अनार मैं विटामिन ए ,सी और K तथा फाइबर पाया जाता है|.अनार फल  स्वास्थ्य दृष्टि से काफी लाभदायक है |अनार एक रसदार फल है, जिसमें छोटे-छोटे दानों में रस भरा होता है जिससे अनार का जूस निकाला जाता है| अनार का जूस हमारे सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है|अनार के जूस का नियमित रूप से प्रयोग किया जाए ,तो हमारे स्वास्थ्य संबंधित अनेक समस्याओं का निदान हो सकता है| khali pet anar khane ke fayde anar ke fayda       ऐसा फल है जिसके  बीज और छिलकों में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं ,जिनके सेवन या प्रयोग से हम अपनी स्वास्थ संबंधी अनेक समस्याओं का निदान या उपचार  कर  सकते हैं |अनार का सेवन करने से खून की