दमा या श्वास रोग/अस्थमा का घरेलू इलाज (asthma ka gharelu ilaj)
अस्थमा रोग अस्थमा का घरेलू इलाज अस्थमा का देसी इलाज अस्थमा श्वास संबंधित रोग है जिसमें लोगों की सांसें फूलने लगती है लोग हमेशा अस्थमा का घरेलू इलाज asthma ka gharelu ilaj से संबंधित आर्टिकल पढ़ते रहते हैं या ढूंढते रहते हैं|
आज हम अस्थमा का घरेलू इलाज asthma ka gharelu ilaj से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करेंगे इससे पहले आइए जान लेते हैं अस्थमा क्या होता है|
asthma ka gharelu ilaj-दमा के घरेलु उपचार |
श्वास रोग या दमा के कारण(Reason of Asthma). :- अस्थमा का घरेलू इलाज करने से पहले अस्थमा के होने के कारणों को जान लेना आवश्यक है -
- दाहकारक या गरिष्ठ अर्थात देर से पचने वाले, कब्जकारक (कब्ज को रोकने वाले) रूखे तथा रस वाहिनी शिराओं को रोककर भारीपन करने वाले पदार्थों के सेवन से
- शीतल जल के पीने व शीतल भोज्य पदार्थों के सेवन करने से
- धूल या धुंएँ के मुख या नासाछिद्रो में जाने के कारण
- अत्यंत हवा लगने से
- अत्यंत भारी या वजन कार्य करने से
- भारी बोझ उठाने से
- अत्यधिक राह या मार्गों को चलने से
- मल मूत्र आदि शारीरिक वेगो को रोकने से
- उपवास आदि करने से
श्वास रोग के प्रकार :-
अस्थमा का घरेलू इलाज asthma ka gharelu ilaj करने से पहले यह कितने प्रकार का होता है आइए जान लेते हैं -श्वास रोग पांच प्रकार के होते हैं।
- महाश्वास
- उर्ध्व श्वास
- छिन्न श्वास
- तमक श्वास
- क्षुद्र श्वास
वायु के आने जाने के मार्ग में कफ के आड़े आने के फल स्वरुप श्वास रोग या दमा रोग हो जाता है।
श्वास रोग या दमा का घरेलू इलाज-asthma ka gharelu ilaj
अस्थमा का घरेलू इलाज asthma ka gharelu ilaj निम्नलिखित है -
- प्रतिदिन दो मासा सेंधा नमक शहद में मिलाकर चाटे फिर धीरे-धीरे आधा-आधा माशा बढ़ाते हुए 6 माशा तक पहुंचा दे
- प्यास लगने पर गुनगुना पानी पिए। इस नमक के सेवन से श्वास रोग मिट जाता है।
- अडूसा के पत्ते को चिलम या बिड़ी में भरकर पीने से सांस रोग मिट जाता हूं।
- अतीस के चूर्ण में पोहकर मूल और शहद मिलाकर चाटने से दमा ठीक हो जाता है।
- आजा झाड़ा के पत्ते को चिलम में भरकर पीने से श्वास रोग दूर हो जाता है।
श्वास रोग या दमा के घरेलु उपाय
- अरीठा कि मिंगी या आम की गुठली खाने से श्वास रोग दूर हो जाता है।
- पीपल के सूखे फलों का चूर्ण पानी के साथ लेने से दमा रोग ठीक हो जाता है।
- इंद्रायण की जड़ या इंद्रायण के हल्की गिरी खाने से श्वास रोग दूर हो जाता है।
- धान में छुहारी और सोंठ चूसने से सांस रोग दूर हो जाता है।
- जब श्वास वेग अधिक हो तो उस समय दो रत्ती हींग और दो रत्ती कपूर मिलाकर गोली बना कर दो-दो घंटे पर लेने से श्वास वेग की गति धीमी हो जाती है।
- सूखी मूली उबालकर उसका पानी पीने से सांस रोग व हिचकी दूर हो जाती है।
- सनाय और लौंग का सेवन करने से ऊर्ध्व श्वास में राहत मिलता हैै।
- अदरक के रस में कस्तूरी मिलाकर देने से श्वास रोग दूर होता है।
- जंगली आंवले के रस के साथ सनाय लेने से श्वास रोग में राहत होता है।
- तालीस व हल्दी चिलम में भर कर पीने से श्वास रोग में आराम मिलता है।
- लहसुन को कुचल कर उसके रस को गुनगुना करके पिलाना ।श्वास रोग में हितकर होता है।
- गज पीपली का चूर्ण पान में रखकर खाने से श्वास रोग नष्ट हो जाता है।
- सीताफल के छाल का क्वाथ बनाकर पीने से स्वास रोग मिट जाता है।
- भारंगी और सौंफ का क्वाथ बनाकर पीने से श्वास रोग नष्ट हो जाता है।
- गोरखमुंडी और अलसी को मिलाकर चूर्ण बनाकर कर लेने से श्वास रोग नष्ट हो जाता है।
- गोरखमुंडी के चूर्ण को बासी पानी के साथ प्रातः काल लेने से सांस रोग और तिजारी मिट जाता है।
- जमालघोटा को दिए की लौ पर जलाते हुए इसके धुएं को नाक में लेने से श्वास रोग मिट जाता है।
- इंद्रायण के फल को चिलम में जलाकर पीने से श्वास रोग में लाभ पहुंचता है।
- 3 तोला पिसा हुआ सुहागा 6 तोला शहद में मिलाकर रख रख ले। कुछ दिन तक इसका नियमित प्रयोग करने से या कुछ दिन तक तीन अंगुली भर रात में सोते समय चाटने से श्वास रोग या दमा में काफी आराम मिलता है।
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